पाठकों के पत्र (प्रतिक्रियाएँ)

WDWD
वेबदुनिया की नई सज-धज के साथ आपका प्रिय स्‍तंभ 'पाठकों के पत्र' भी एक बार फिर नए रूप-रंग में प्रस्‍तुत है। इसके माध्‍यम से आप अपनी प्रतिक्रियाएँ प्रेषित कर सकते हैं, जिन्‍हें हम साप्‍ताहिक रूप से प्रकाशित करेंगे। आप न्‍यूनतम 50 और अधिकतम 100 शब्‍दों में अपनी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त कर सकते हैं। - संपादक
वेबदुनिया का नया प्रारूप बहुत अच्छा और प्रशंसनीय है। तेल वृक्ष लक्ष्मी तरु के बारे में आपका आलेख बहुत प्रेरणास्पद है। वेबदुनिया के इतने अच्छे और सार्थक आयोजनों पर बधाई।

राजेश कुमार दुबे ([email protected]m)

‘नौकरी से भागें नहीं उसे जिए’ आलेख बहुत अच्छा लगा। इस तरह के आलेख बहुत सारे लोगों को सही दिशा देते हैं। आपकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाइयाँ

वी. के. सैनी ([email protected]n)

‘आईटी में हैं अपार संभावनाए’ आलेख पढ़कर बहुत अच्छा लगा और इससे बहुत प्रेरणा मिली। मैं एक कम्प्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर हूँ और इस समय एमएनसी, दिल्ली में नौकरी कर रहा हूँ। कृपया इस विषय से संबंधित और भी महत्वपूर्ण और उपयोगी आलेख प्रकाशित करें।

प्रदीप ([email protected]n)

रसोई से संबंधित टिप्स बहुत अच्छे लगे। यह जानकारी बहुत उपयोगी है। कृपया इस संबंध में और भी महत्वपूर्ण आलेख दें। इतने अच्छे काम के लिए पूरे वेबदुनिया परिवार को मेरी ओर से बधाइयाँ

देवलता पटेल ([email protected]n)

‘नौकरी से भागें नहीं उसे जिए’ आलेख बहुत अच्छा लगा। आप और भी इस तरह के आलेख प्रकाशित करें। वेबदुनिया बहुत अच्छा काम कर रहा है

सुष्मेंद्र ([email protected]m)

‘नौकरी से भागें नहीं, उसे जिए’ आलेख बहुत अच्छा और सच्चाई के करीब है। इस तरह के आलेख उपयोगी और उत्साहवर्द्धन करने वाले होते हैं

दीपक वर्मा ([email protected]m)

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