पाठकों के पत्र (प्रतिक्रियाएँ)

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वेबदुनियज-साआपकप्रिस्‍तंभ 'पाठकोपत्र' बाफिरूप-रंमेप्रस्‍तुहैइसकमाध्‍यअपनप्रतिक्रियाएप्रेषिसकतहैं, जिन्‍हेसाप्‍ताहिरूप्रकाशिकरेंगेन्‍यूनतम 50 अधिकतम 100 शब्‍दोमेअपनप्रतिक्रियव्‍यक्‍सकतहैं। - संपाद

आपका आलेख पराक्रम की गौरवगाथा बहुत अच्‍छा लगा।

विवेक कुमार सिंह ( [email protected])

वेबदुनिया का आलेख पराक्रम की गौरवगाथा श्रेष्‍ठ लगा। हम आगे भी इस तरह के और आलेख पढ़ना चाहेंगे।

ठंडीमल ( [email protected])

‘पराक्रम की गौरवगाथा’ आलेख बहुत अच्‍छा लगा। मेरे पिता भी भारतीय सेना में थे। ऑपरेशन रक्षक में उन्‍होंने स्‍वयं का बलिदान दिया था। मैं त्‍याग और बलिदान का महत्‍व जानता हूँ, इसलिए हर सैनिक का सम्‍मान करता हूँ।

विशाल शर्मा ( [email protected])

कोई तो आवाज उठाए आलेख ने भीतर तक झकझोर दिया। मुझे लगता है कि किरण बेदी कमिश्‍नर का पद सँभालने के योग्‍य हैं।

विमला ( [email protected])

कारगिल दिवस पर विशेष सामग्री प्रकाशित कर आपने हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है और सेना तथा देश का मनोबल बढ़ाया है. इस पुनीत कार्य के लिए धन्यवाद.

विनोद अग्रवाल ( [email protected])

जय हिंद। पराक्रम की गौरवगाथा आलेख बहुत अच्‍छा है.

अरुण जैसवाल ( [email protected])


‘फोटोगुनिया एक चीठा बुखा’, व्‍यंग्‍य बहुत अच्‍छा लगा। वेबुदनिया के प्रयास काबिल-ए-तारीफ हैं। क्‍या मैं अपनी कहानियाँ भी वेबदुनिया में प्रकाशनार्थ भेज सकता हूँ।

चंदन ([email protected]m)

शाही मालपुआ की रेसिपी पसंद आई। बेहतरीन और स्‍वाद से भरपूर। वेबदुनिया को बधाइयाँ

रीता राठौर ([email protected]n)


वेबदुनिया बहुत अच्‍छी और जान‍कारियों से परिपूर्ण वेबसाइट है। मुझे ज्‍योतिष के बारे में और जानकारियाँ चाहिए। मैं ज्‍योतिष विद्या के बारे में सीखना चाहता हूँ। कृपया इस संबंध में और भी लेख प्रकाशित करें

राज ([email protected]m)


’घरेलू उपायों से करें लक्ष्‍मी की प्राप्ति’ आलेख बहुत अच्‍छा लगा। कृपया वैभव लक्ष्‍मी के बारे में वेबदुनिया में कुछ आलेख प्रकाशित करें

मधु ([email protected]m)

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