delhi assembly election news : मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों का एलान कर दिया। राष्ट्रीय राजधानी में 5 फरवरी को एक चरण में मतदान होगा। चुनाव परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को नसीहत देते हुए कहा कि चुनाव प्रचार का स्तर नीचे ना गिराएं।
दिल्ली में वोटर बढ़े : दिल्ली में इस बार कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 वोटर हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83,49,645 जबकि महिला वोटर्स की संख्या 71,73,952 है। वहीं, थर्ड जेंडर की संख्या 1261 है। दिल्ली में 2020 के विधानसभा चुनाव की तुलना में (5 साल में) 7.26 लाख मतदाता बढ़ गए हैं। 2.08 लाख मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। 85 से ज्यादा उम्र के मतदाता घर से मतदान कर पाएंगे।
कैसे अपडेट होती है वोटर लिस्ट : सीईसी ने कहा कि ईवीएम पर तो आरोप लगते ही रहते हैं। वोटर लिस्ट में नाम काटने की शिकायत की गई। वोटर लिस्ट और ईवीएम पर उठे सवाल का जवाब देंगे। आरोपों सुनकर बहुत दुख होता है। कुमार ने कहा कि लिस्ट से वोटर का नाम हटाने के लिए पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाता है। राजनीतिक दलों की सहमति से वोटर लिस्ट अपडेट होती है। हर पार्टी को वोटर लिस्ट की जानकारी दी जाती है।
ईवीएम पर उठे सवालों पर क्या बोले CEC : राजीव कुमार ने ईवीएम पर उठे सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ईवीएम किसी भी तरह से हैक नहीं हो सकती। ईवीएम चुनाव का सबसे सुरक्षित तरीका है। ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप गलत। वोटिंग प्रतिशत से जुड़े सवाल पर सीईसी ने कहा कि वोटिंग प्रतिशत से छेड़छाड़ संभव नहीं है। पारदर्शिता हमारी प्राथमिकता है। ईवीएम फूलप्रूफ डिवाइस है, इससे छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। अदालत ने भी कहा है कि इससे छेड़छाड़ संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि चुनाव से 7-8 दिन पहले ईवीएम तैयार हो जाती है। मतदान के बाद एजेंट्स के सामने मशीन सील होती है और काउंटिंग से पहले सील चेक की जाती है। मतदान के अगले ही दिन वोटिंग प्रतिशत जारी किया जाता है। वोटिंग प्रतिशत के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। चुनाव के अगले दिन वोटिंग का पूरा प्रतिशत जारी किया जाता है।