नई दिल्ली। आम राय बनाने के लिए आठ घंटे तक चली गहन चर्चा के बाद भाजपा ने आज दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए अपने 62 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की और राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता को मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के विरूद्ध उतारने का फैसला किया।
पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हर्षवर्धन अपनी वर्तमान सीट कृष्णनगर से ही चुनाव लड़ेंगे। विजेन्द्र गुप्ता शालीमार बाग या रोहिणी से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उम्मीदवारों की सूची जारी करने से कुछ ही मिनट पहले उन्हें नई दिल्ली सीट से शीला दीक्षित के खिलाफ खड़ा होने को कहा गया। दीक्षित के इस सीट से लड़ने की संभावना है और इसी सीट से आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल भी मैदान में उतर रहे हैं।
भाजपा अपने प्रमुख सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल से मतभेदों को सुलझाते हुए उसे चार सीट देने पर सहमत हुई। शिरोमणि अकाली दल राजौरी गार्डन, हरिनगर, कालकाजी और शाहदरा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगा।
भाजपा के तीन वरिष्ठ नेताओं के बेटों को भी टिकट दिए गए हैं। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार मल्होत्रा के बेटे अजय मल्होत्रा को ग्रेटर कैलाश से, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र परवेश को महरोली से और ओपी बब्बर के बेटे राजीव को तिलक नगर से उम्मीदवार बनाया गया है।
सूत्रों ने कहा कि दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष विजय गोयल ने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय किया है। पिछले महीने जब उनसे मुख्यमंत्री के रूप में हषर्वर्धन के नाम पर सहमत होने को कहा गया उस समय पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका देने का वायदा किया था।
दिल्ली की पूर्व मेयर आरती मेहरा (मालवीय नगर), जगदीश मुखी (जनकपुरी), शिखा राय (कस्तुरबा नगर), आरपी सिंह (राजेन्द्र नगर), रमेश बिधुड़ी (तुगलकाबाद), नकुल भारद्वाज (पटपड़गंज) और ओपी शर्मा (विश्वास नगर) से भाजपा टिकट पाने वाले प्रमुख उम्मीदवार हैं।
दिल्ली में पार्टी की संभावनांए मजबूत नहीं होने की रिपोर्ट के बीच भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी आज टिकट वितरण की कवायद से दूर रहे। इससे पहले भी वे उस संसदीय बोर्ड की बैठक में उपस्थित नहीं हुए थे जिसमें पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में हर्षवर्धन के नाम को मंजूरी दी गई थी। (भाषा)