नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनावों में 28 सीटों पर जीत दर्ज करके राजनीति के मैदान में शानदार पदार्पण करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) 20 सीटों पर दूसरे स्थान पर रही जिनमें से कुछ सीटों पर उसे बहुत कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
राजनीति के धुरंधरों को हैरान करने वाली 'आप' ने इन 20 सीटों में से केवल दो सीटों पर कांग्रेस के हाथों हार का सामना किया जबकि शेष सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की।
आरके पुरम से 'आप' की उम्मीदवार शाजिया इल्मी मात्र 326 मतों से भाजपा के उम्मीदवार अनिल कुमार शर्मा से पीछे रह गईं जबकि पार्टी को सुल्तानपुर माजरा सीट पर कांग्रेस के जय किशन ने मात्र करीब 1100 मतों से हराया।
राजेंद्र नगर की अहम सीट पर 'आप' भाजपा से करीब 1800 मत पीछे रही जबकि परिवहन मंत्री रमाकांत गोस्वामी तीसरे स्थान पर रहे।
बिजवासन, द्वारका, कालकाजी और त्रिनगर में 'आप' को 2000 से 3000 मतों के अंतर से हार मिली।
दक्षिण दिल्ली में इस नए दल ने ग्रेटर कैलाश, कस्तूरबा नगर, संगम विहार, अंबेडकर नगर और देवली में जीत दर्ज की तथा महरौली में भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह को कड़ी टक्कर दी। 'आप' इस सीट पर 4564 मतों के अंतर से दूसरे स्थान पर रही।
'आप' ने कांग्रेस को बड़े अंतर से पछाड़कर और भाजपा को 36 का जादुई आंकड़ा छूने से रोककर राजनीतिक पंडितों को अचंभित कर दिया है जिससे त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति पैदा हो गई है। 'आप' के प्रमुख और नई दिल्ली विधानसभा सीट से उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल ने लगातार तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के किले में सेंध लगाकर उन्हें 25000 मतों के भारी अंतर से शिकस्त दी।
मात्र एक साल पहले गठित 'आप' अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर दूसरे स्थान पर रही जबकि 127 साल पुरानी पार्टी तीसरे स्थान पर खिसक गई।
राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करने वाली भाजपा को 'आप' से कड़ी टक्कर मिली।
केजरीवाल के अलावा भी 'आप' के कई उम्मीदवारों ने पुराने राजनीतिक दिग्गजों को मात दी। अंबेडकर नगर से उम्मीदवार 53 वर्षीय अशोक कुमार ने कांग्रेस के प्रेम सिंह को हराया जो कि इसी विधानसभा सीट से 1958 से जीत दर्ज करते आ रहे थे। उनका नाम गिनीज बुक रिकॉर्ड में भी दर्ज है।
देवली में भी 'आप' उम्मीदवार 26 वर्षीय प्रकाश ने 51646 मतों के साथ शानदार जीत दर्ज की और भाजपा (34538) और कांग्रेस (26140) को बड़े अंतर से हराया।