नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के 4 दिसंबर को होने वाले चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद पार्टी की स्थानीय इकाई में भारी बगावत देखने को मिल रही है।
टिकट न मिलने से नाराज विधायक हरशरण सिंह बल्ली ने इस्तीफे की धमकी दी है। उत्तर दिल्ली नगर निगम के महापौर आजाद सिंह अपने पद से इस्तीफे दे चुके हैं। हरि नगर से चार बार से विधायक बल्ली को पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है।
भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (बादल) के साथ हुए समझौते में यह सीट अकाली दल को दी गई है। इसके बाद से बल्ली खासे नाराज हैं और पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
बल्ली ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पर आरोप लगाया है कि वे दिल्ली में किसी और सिख नेता को उभरने नहीं देना चाहते इसलिए उनका टिकट कटवाया गया है। उन्होंने कहा कि वे चुनाव लड़ेंगे और इससे पहले विधायक पद से इस्तीफा देंगे।
यह पूछने पर कि क्या वे किसी और पार्टी में शामिल हो सकते है? बल्ली ने कहा कि इतना तय है कि वे चुनाव लड़ेंगे। हालांकि ऐसी चर्चा है कि बल्ली कांग्रेस में भी शामिल हो सकते हैं।
बल्ली ने खराब स्वास्थ्य के चलते अपने बेटे के लिए टिकट मांगा था, किंतु समझौते के तहत यह सीट अकाली दल को दे दी गई। भाजपा सांसद कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम आजाद भी टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं।
श्रीमती आजाद ने कहा कि दिल्ली में पूर्वांचलियों की संख्या को देखते हुए भाजपा ने उनको पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं दिया है। उन्हें दिल्ली भाजपा में पूर्वांचल के नेता के रूप में देखा जा रहा है। श्रीमती आजाद विकास पुरी से टिकट की मांग कर रही थीं। विकास पुरी विधानसभा क्षेत्र में पूर्वांचल के लोगों की संख्या काफी बताई जा रही है। (वार्ता)