दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री उम्मीदवाद हर्षवर्धन समेत 89 लोगों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। यह जानकारी चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने नामांकन पत्र भरने के दौरान कहा कि दिल्ली में कांग्रेस लगातार चौथी बार सरकार बनाने में सफल रहेगी। शीला ने नई दिल्ली में शाहजहां रोड स्थित जामनगर हॉउस में चुनाव अधिकारी संजीव गुप्ता के समक्ष नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके सांसद पुत्र संदीप दीक्षित भी मौजूद थे।
शीला दीक्षित ने नई दिल्ली विधानसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल किया, जहाँ से वह 1998 से लगातार जीतती आ रही हैं, लेकिन इसबार उनके लिए मुकाबला काफी कड़ा है, क्योंकि एक तरफ भाजपा ने उनके खिलाफ पार्टी के वरिष्ठ नेता बिजेंद्र गुप्ता को चुनाव मैदान में उतार है तो दूसरी तरफ दिल्ली की राजनीति में नई ताकत बनकर उभरी आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल भी शीला दीक्षित के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं।
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एक तरफ दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने नई दिल्ली से नामांकन पत्र दाखिल किया तो दूसरी तरह भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार डॉ हर्षवर्धन ने कृष्णा नगर विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल कराया। इस दौरान दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल, पार्टी के वरिष्ठ नेता वी के मल्होत्रा के अलावा सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस दौरान एक सवाल के जवाब में डॉ हर्षवर्धन ने 'आप' को पूरी तरफ से नकार दिया। हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली में मुख्य चुनावी घमासान हमेशा की तरह कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है, आम आदमी पार्टी की इस चुनाव में भूमिका महज वोट-कटवा पार्टी के रूप में ही है। शीला दीक्षित और हर्षवर्धन के अलावा दिल्ली के एक और कद्दावर नेता डॉ ए. के. वालिया ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारी ने बातचीत में कहा कि गुरुवार को मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और हर्षवर्धन के अलावा लगभग 89 लोगों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कराया है, जिसमें छोटी-बड़ी पार्टियों के नेता भी शामिल हैं। उक्त अधिकारी ने बताया कि प्रत्यागत उम्मीदवारों के अलावा इस बार चुनाव में काफी अधिक मात्र में निर्दलीय भी भाग ले रहे हैं।