दिल्ली हिंसा में विपक्षी नेताओं के एक सुर में मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराने और गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल एक बार फिर मैदान में आ डटे है। दिल्ली हिंसा में लगातार लोगों की मौत और बढ़ती हिंसा के बीच सक्रिय हुआ एनएसए अजित डोभाल लगातार दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा कर एक बार अमन चैन कायम करने की कोशिश कर रहे है।
बुधवार को अजित डोभाल हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित इलाके जाफराबाद,सीलमपुर और मौजपुर का दौरा किया। इस दौरान डोभाल लोगों को स्थिति सामान्य होने का भरोसा दिलाते हुए उनका विश्वास जीतने की कोशिश करते हुए दिखाई दिए। हिंसाग्रस्त इलाकों में अधिकारियों के साथ पैदल घूमने वाले एनएसए ने लोगों को भरोसा दिलाया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश पर आए है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा प्रभावित इलाकों की सड़कों पर लगातार घूमते हुए अजित डोभाल ने घूम-घूमकर लोगों की समस्याएं और उनकी शिकायतें सुनी। इस दौरान हिंसा प्रभावित इलाके में रहने वाली एक मुस्लिम लड़की ने एनएसए से कहा कि हमें आप पर भरोसा है प्लीज इसके जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई कीजिए। इस दौरान लड़की ने रोते हुए कहा कि हम लोग यहां सुरक्षित नहीं है। पुलिस भी कुछ नहीं कर पा रही है। हमें बहुत डर लग रहा है। हम स्टूडेंट हैं और पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे है। डर के कारण हम रात में सो नहीं पा रहें सर।
ऐसा नहीं है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल पहली बार किसी ऐसी परिस्थितियों में हालात सामान्य करने के लिए सड़कों पर उतरे है इससे पहले जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद स्थानीय लोगों का विश्वास जीतने के लिए उन्होंने खुद कश्मीर में डेरा डाला था और सड़कों पर उतरकर लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश की थी।