दिवाली पर महालक्ष्मी पूजन मुहूर्त

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आज का दौर अर्थप्रधान है। कौन नहीं चाहता कि सुख-समृद्धि पाएँ। घर में लक्ष्मी का वास हो तो आइए शुभ मुहूर्त में पूजन कर लाभ उठाएँ।

प्रात: अपने संस्थानों और दुकानों में पूजन करने वालों के लिए प्रात: 10.43 से 12.11 तक लाभ फिर 12.11 से 1.36 तक अमृत का चौघडि़या है।

शाम को घरों, अधिकांश दुकानों, संस्थानों में पूजन होता है। हमेशा की परंपरा रही है कि स्थिर लग्न स्थिर नवांश में लक्ष्मी पूजन किया जाता है। वृषभ लग्न के वृषभ नवांश का उदय रात्रि 7.42 से 7.55 तक रहेगा। इसमें गुरु की होरा रात्रि 6.54 से 7.57 तक रहेगी। इस अवधि में माता लक्ष्मीजी का पूजन करना अति श्रेष्ठ तथा फलदायी होगा। शुभ का चौघडि़या रात्रि 10.36 से मध्यरात्रि बाद 11‍ मिनट तक रहेगा।

महानिशिथ काल में लक्ष्मी मंत्र का जाप करने से आर्थिक लाभ होकर नुकसान से बचा जा सकता है। यह समय मध्य रात्रि 24.11 से 25.46 तक यानी 00.11 से 1.46 तक रहेगा।

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