आयुर्वेद के देव धन्वंतरि के जन्मदिवस को ही धनतेरस के रूप में मनाया जाता है, यह मानव जाति के स्वास्थ्य कल्याण के प्रतीक के तौर पर माना जाता है। स्वास्थ्य रूपी धन की प्राप्ति के लिए इस दिन विशेष पूजा का विधान है।
षोडशोपचार यानी विधिवत 16 क्रियाओं से पूजा संपन्न करना।
इनमें आसन, पाद्य, अर्घ्य, आचमन (सुगंधित पेय जल), स्नान, वस्त्र, आभूषण, गंध (केसर-चंदन), पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, आचमन (शुद्ध जल), दक्षिणायुक्त तांबूल, आरती, परिक्रमा आदि है।