दिपावली के पांच दिनी उत्सव में नरक चतुर्दशी धन तेरस के बाद मनाई जाती है। इसे रूप चौदस भी कहते हैं। मान्यता के अनुसार इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर उबटन, तेल आदि लगाकर स्नान करना चाहिए एवं शाम के समय यम का दीपक लगाना चाहिए। नरक चौदस के दिन 6 देवों की पूजा की जाती है।