पैनिक अटैक आने की कोई खास वजह नहीं होती लेकिन यह एंग्जाइटी से जुड़ा हो सकता है। डायबीटीज, ब्लड प्रेशर, दिल के मरीज और अस्थमा के मरीजों के लिए इस तरह का अटैक 'वॉर्निंग सिग्नल' हो सकता है।
पैनिक अटैक के लक्षण
अचानक पूरे शरीर में कंपकंपी होना, घुटन की हद तक सांस फूलने लगना, एक अनजाना डर, बेचैनी, तेज-तेज और छोटी सांस आना, लगभग हार्ट अटैक आने जैसा महसूस होना, तो यह पैनिक अटैक है।
पैनिक अटैक आने से पहले के संकेत
-अचानक किसी बात का डर हावी होना
- तनाव के साथ दिल की धड़कन का असामान्य गति से तेज होना
- पैरों का कांपना
- सीने में दर्द और बेचैनी होना
- वोमिटिंग और पेट खराब हो जाना
- हार्ट बीट तेज हो जाना और जोर-जोर से दिल धड़कने लगना
- छोटी-छोटी बातों पर तनाव होने लगना
- ठंड के मौसम में भी गर्मी लगने लगना
- अचानक पूरे शरीर में सिहरन होने लगना
- बैलेंस खो देना या बेहोशी आ जाना
अगर शरीर में इस तरह से असामान्य लक्षण दिखने लगें तो ऐसी स्थिति को पैनिक अटैक कहा जाता है। इन परिस्थिती को आपको भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसे संकेत दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।