खराब खान-पान की आदतों से कम उम्र में ही छाती, हार्ट की बीमारी की चपेट में आने लगे हैं। जिसका दूसरा बड़ा कारण है दिनभर बैठकर लगातार काम करना। जी हां, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेषन के साथ ही अन्य रिसर्च में भी यह सामने आ चुका है कि 45 मिनट से अधिक बैठकर काम करना हार्ट के लिए खतरा है। वहीं सप्ताह में 45 घंटे से कम काम करने पर आपको दिल की बीमारी का खतरा कम होता है। हाल ही में एक शोध में खुलासा हुआ जिसमें सामने आया है कि कैसे अपने हार्ट और छाती के दर्द को पहचानें।
सतर्कता बरतना जरूरी
हालांकि कई बार हम समझ नहीं पाते हैं कि हार्ट में दर्द हो रहा है या छाती में। किस वजह से हो रहा है ये भी समझ में नहीं आता है। ऐसे मंे सही वक्त पर हार्ट का इलाज मिल जाता है तो जान बच सकती है अन्यथा खतरा बढ़ जाता है। कई बार अकेले रहते हैं तब कैसे और क्या करें समझ नहीं आता है। ऐसे में आप यह समझने की जरूरत होती है कही आपको हार्ट अटैक तो नहीं आया है। आइए जानते हैं
इसके लिए सबसे पहले अपनी दोनों उंगलियों को आपस में फंसाकर छाती पर रखें। इसके बाद दर्द को पहचानें कहां-कहां हो रहा है। अगर दर्द हाथ जितना कवर होता है तो वह हार्ट का दर्द हो सकता है। वहीं अगर छाती का दर्द होगा तो आप उसे उंगली से भी बता सकते हैं। साथ ही जब हार्ट में दर्द होता है तब ऐसा महसूस होता है किसी ने आपके दिल पर बहुत भारी पत्थर रख दिया है।
साथ ही हार्ट अटैक के लक्षण में इसका दर्द एक जगह से दूसरी जगह तक बढ़ता है। उल्टे हाथ पर, जबड़ों, गर्दन पर इसका दर्द बढ़ता है। अधिक वजन उठाने पर भी दर्द अधिक होने लगता है। वहीं चेस्ट पैन में भारीपन महसूस होता है। इस तरह लक्षण दिखने पर पूरी छाती में दर्द होने पर दर्द हार्ट से गर्दन और जबड़े तक फैलता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।