Diwali ke upay: दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही हर घर में सफाई का अभियान शुरू हो जाता है। सनातन धर्म में, दीवाली से पहले घर की स्वच्छता का बहुत महत्व है। यह परंपरा घर से दरिद्रता और नकारात्मकता को बाहर निकालने और मां लक्ष्मी के आगमन के लिए घर के हर कोने को तैयार करने का एक आध्यात्मिक विधान है। मान्यता है कि सफाई के दौरान जब हम वर्षों से बंद पड़ी जगहों को खोलते हैं, तो ब्रह्मांडीय ऊर्जाएं हमें कुछ विशेष संकेत देती हैं।
यदि सफाई करते समय आपको ये 4 शुभ वस्तुएं मिलें, तो समझ लीजिए कि आप पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसने वाली है और धन-धान्य का योग बन रहा है।
1. अचानक पैसों का मिलना: दिवाली की सफाई में जब आप किसी पुराने डिब्बे, फटे पर्स, या दराज से अचानक कुछ पुराने पैसे पाते हैं, तो यह एक अत्यंत शुभ संकेत होता है। यह संकेत देता है कि आपके आर्थिक मामले जल्द ही सुलझने वाले हैं और रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। इसे केवल पुराना पैसा मानकर खर्च न करें। मिले हुए पैसों को धोकर या पोंछकर साफ करें। कुछ पैसे पूजा घर में रखें और शेष को अपनी तिजोरी या अलमारी में किसी लाल कपड़े में लपेटकर सुरक्षित रख लें। ऐसा करने से धन में वृद्धि होती है।
2. शंख और कौड़ी का मिलना: शंख और कौड़ी दोनों ही वस्तुएं समुद्र मंथन से जुड़ी हैं और मां लक्ष्मी को अति प्रिय हैं। शंख भगवान विष्णु का प्रिय वाद्य है, और देवी लक्ष्मी का वास वहीं होता है, जहां भगवान विष्णु का सम्मान होता है। वहीं, कौड़ी को प्राचीन काल में मुद्रा के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, और यह स्वयं धन की देवी का प्रतीक है। यदि आपको सफाई में कहीं से शंख या कौड़ी मिलती है, तो यह संकेत है कि आपके घर में स्थाई समृद्धि और स्थिरता आने वाली है। शंख या कौड़ी को गंगाजल से शुद्ध करके अपनी पूजा की चौकी पर रखें और दिवाली के दिन इसकी पूजा करें।
3. मोर पंख का मिलना: मोर पंख को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र और सौभाग्यशाली माना जाता है। यह भगवान कृष्ण का प्रिय है और इसका संबंध विद्या की देवी सरस्वती से भी है। इसका मिलना घर से नकारात्मक ऊर्जा के हटने और सकारात्मकता के आगमन का स्पष्ट संकेत है। मोर पंख का मिलना यह बताता है कि आपके घर के वास्तु दोष दूर हो रहे हैं और आपको ज्ञान तथा कला के क्षेत्र में सफलता मिलने वाली है। यह बुरी नज़र से भी रक्षा करता है। इसे किसी पवित्र स्थान, जैसे मंदिर या बच्चों के स्टडी रूम में रखें। इसे कभी भी ज़मीन पर न रखें।
4. लाल कपड़े का मिलना: लाल रंग शक्ति, साहस, सौभाग्य और सुहाग का प्रतीक है। यह रंग स्वयं मां लक्ष्मी और मां दुर्गा को समर्पित है। सफाई के दौरान किसी पुराने मंदिर के कपड़े, लाल चुनरी, या लाल कपड़े का टुकड़ा साबुत अवस्था में मिलना अत्यंत शुभ माना जाता है। लाल कपड़े का मिलना इस बात का संकेत है कि देवी आपसे प्रसन्न हैं और आपकी मनोकामनाएं जल्द ही पूरी होने वाली हैं। यह आपके वैवाहिक जीवन में सौभाग्य और मधुरता भी लाता है। इस कपड़े को आदर के साथ अपने घर के मंदिर या तिजोरी में रखें। आप इसे किसी शुभ अवसर पर उपयोग भी कर सकती हैं।
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