दफ्तर के दस्‍तूर

ND
हम अपनी कामकाजी जिंदगी का एक तिहाई हिस्सा ऑफिस में गुजारते हैं। इसके बावजूद सोमवार को दफ्तर जाते समय सोचते हैं कि रविवार कब आएगा? कहीं आपको भी तो ऐसा महसूस नहीं होता! कई बार हम अपनी परेशानी की मूल वजह नहीं समझ पाते और अपनी जिंदगी से परेशान हो जाते हैं।

ऑफिस में उत्पन्न होने वाली समस्याओं से बहुत आसानी से समाधान पा सकते हैं यदि आप इन समस्याओं को वाकई में सुलझाना चाहते हैं।

ऑफिस की कॉमन प्रोब्‍लम्‍स
आप अपने काम के प्रति सदैव सकारात्मक रहते हैं। काफी मेहनत करते हैं सारा काम समय पर समाप्त करते हैं। इसके बावजूद आपके बॉस आप पर अतिरिक्त कामों का प्रेशर बनाए रखते हैं। इस वजह से आप दोनों के रिश्ते नकारात्मक मोड़ ले रहे हैं। आप चाहते हैं कि बॉस से बात करें, लेकिन समस्या यह है कि कैसे करें।

सुजाता पिछले कई महीनों से इस समस्या से परेशान है क्योंकि उसके पुराने बॉस का स्थानांतरण हो गया है। अब जो नया बॉस आए हैं वह उसकी कार्यक्षमताओं से अपरिचित हैं। इसलिए नए बॉस के साथ काम करने में उसे असहजता महसूस हो रही है। इसके लिए सुजाता ने नए बॉस से पर्सनल मीटिंग की और अपने बारे में उनसे बात करके समस्या का समाधान निकाला।

यदि आप ऐसी किसी स्थिति से गुजर रहे हैं तो पहले आश्वस्त हो जाएँ कि क्या समस्या काम के चलते या फिर नए बॉस से सामंजस्य न बिठा पाने के कारण उत्पन्न हो रही है? यह जरूरी नहीं कि बॉस हमेशा आपके हिसाब से चले। बहरहाल, समस्याएँ बढ़ती नजर आएँ तो उनका खुलासा कर देना अच्छा है।

आपके सहकर्मियों के आपस में संबंध बहुत अच्छे हैं। पर आप उनके साथ अपने संबंधों को लेकर दुविधाग्रस्त हैं, लेकिन इसके लिए आप अपने दिल की आवाज पर भरोसा करें तो बेहतर होगा। इसलिए किसी के साथ भी रिलेशन डेवलप करने से पहले खुद से पूछें कि क्या आपके लिए ऐसा करना ठीक होगा।

ND
अगर आपको लगता है कि कुछ लोगों के साथ आप मित्रतापूर्ण व्यवहार रख सकते हैं तो खुद भी कदम आगे बढ़ाएँ। कई बार इस मामले में चुप्पी आपकी गलत इमेज लोगों में बना सकती है। यूँ ऑफिस के लोगों से बहुत ज्यादा पारिवारिक मित्रता भी घातक हो सकती है, इसलिए सोच-समझकर कदम उठाएँ और सामूहिक प्रयासों, जैसे ऑफिस पार्टी, पिकनिक या गेट टुगेदर में भी शामिल होने की कोशिश करें।

दफ्तर में कई कर्मचारी ओवर ड्यूटी करना पसंद करते हैं। जबकि आपका स्वभाव ऐसा नहीं है, फिर भी उनके कारण आपको भी ऐसा करना पड़ता है। ऐसी स्थिति से बाहर कैसे निकला जाए।

इस समस्या से निकलने के लिए आप अपने बॉस से सीधी बात कर सकते हैं कि आप ऐसा नहीं कर सकते हैं। ऐसे मामलों में स्पष्टता रखना आवश्यक है, लेकिन यदि आपको काम पर रखते समय ही इससे संबंधित शर्तें लागू हुई हों तो फिर पहले ही सोच लें। हाँ, कभी-कभी आवश्यकता पड़ने पर संस्थान के प्रति अपने दायित्व को पूरा करने की भी कोशिश करें।

आप अपने काम के दौरान यह महसूस कर रहे हैं कि आप इस काम के लिए नहीं बने या आप जो काम कर रहे हैं उसमें आपके लिए कोई चुनौती नहीं बची। आप पूर्णतया अपनी लाइन ही बदलना चाहते हैं। समझ में नहीं आ रहा कि क्या करें? क्या अब करियर बन पाएगा?

यदि आपकी उम्र बहुत नहीं गुजरी है तो आप अपने पेशे के संबंध में पुनर्विचार कर सकते हैं। ऐसी किसी भी चुनौती का सामना आप कर सकते हैं यदि आपको लगता है कि आप ऐसा कर सकते हैं।

जब तक जिंदगी है तब तक समस्याएँ हैं, इसलिए बेहतर यही होगा कि आप परेशान होने की बजाय अपने रास्ते में आने वाली हर मुसीबत के समाधान का रास्ता खोजने का प्रयास करें। यदि आप ऐसा करेंगे तो आपको अपनी हर समस्या का समाधान मिल जाएगा।

वेबदुनिया पर पढ़ें