पौराणिक कथाओं के अनुसार, दशहरे दिन ही भगवान राम ने लंका के राजा निशाचर रावण का वध किया था। इसी की खुशी में दशमी तिथि को विजयादशमी के पर्व के रूप में मनाया जाता है। युद्द में विजय के कारण और पांडवों जुड़ी एक कथा के कारण विजयदशमी को हथियार (अस्त्र-शस्त्र) पूजने की परंपरा भी है।