- शुभ समय- प्रात: 7:30 से 10:45, दोपहर 12:20 से 2:00 तक।
- अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक। इस मुहूर्त में की गई पूजा से सभी ओर जीत मिलती है।
- विजय मुहूर्त- दोपहर 2 बजकर 01 मिनट 53 सेकंड से दोपहर 2 बजकर 47 मिनट और 55 सेकंड तक।
- पूजा का मुहूर्त : 1 बजकर 15 मिनट 51 सेकंड से 3 बजकर 33 मिनट और 57 सेकंड तक तक। दशहरा पर्व अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को अपराह्न काल में दशहरा पूजा की जाती है। यह समय सूर्योदय के बाद दसवें मुहूर्त से लेकर बारहवें मुहूर्त तक रहता है।
राहु काल- प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक रहेगा।
शाम के बाद के रावण दहन मुहूर्त : रावण दहन का शुभ समय 7 बजकर 26 मिनट से 9 बजकर 22 मिनट तक उत्तम है। विशेष बात ये है कि इस दिन मकर राशि में तीन ग्रहों की युति बन रही है। इस दिन गुरु, शनि और चंद्रमा एक साथ मकर राशि में रहेंगे।
- लाभ (काल रात्रि) : 21:05 से 22:39 तक।
- शुभ : 00:12 से 01:46 तक।
- अमृत : रात्रि 01:46 से 03:20 तक।
नोट : स्थानीय पंचांग के अनुसार तिथि-मुहूर्त के समय घट-बढ़ होती है।