उन्होंने शिर्डी में 15 अक्टूबर, दशहरे के दिन ही समाधि ली थी। उन्होंने अन्न-जल त्याग कर अपने नश्वर शरीर का त्याग कर वे ब्रह्मलीन हो गए थे, उस दिन विजयादशमी/ दशहरा का दिन था। विजयादशमी यानी दशहरे के दिन विशेष तौर पर साईं के इन मंत्रों जाप करना जीवन में चमत्कारी परिवर्तन लाता है। आइए जानते हैं नें साईं बाबा के विशेष मंत्र और खास बातें...-
2. दशहरे का दिन खास तौर पर उनके मंत्रों का जाप करना बहुत ही लाभकारी होता है। उनके चमत्कारी मंत्रों का जाप करने से नौकरी, शादी, व्यापार वृद्धि, प्रमोशन या फिर वेतन बढ़ोतरी, आर्थिक संपन्नता जो भी आपकी पाने की कामना हो, साईं मनोकामना पूर्ण करते हैं।
3. साईं की आराधना प्रतिदिन अथवा गुरुवार के अलावा दशहरे के दिन करने का विशेष महत्व है। दशहरे पर साईं मंत्रों का जाप आप जीवन की समस्त दु:ख, परेशानियां दूर करके उन्नति कर सकते हैं, तथा जीवन खुशहाल हो जाता है।