- इसके बाद श्रीहिर विष्णु की पूजा की तैयारी करें। हल्दी, कंकू, अक्षत, धूप, दीप आदि थाली में सजाएं।
- अब मूर्ति या तस्वीर को जल के छींटे देकर स्नान कराएं।
- धूप और घी का दीप जलाएं और फिर आंवले सहित पांच या दस प्रकार की पूजा सामग्री से उनकी पूजा करें।
- घी का दीपक जलकार विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
- आंवले का फल भगवान विष्णु को प्रसाद स्वरूप अर्पित करें।
- आंवले के वृक्ष का धूप, दीप, चंदन, रोली, पुष्प, अक्षत आदि से पूजन कर उसके नीचे किसी गरीबों को भोजन कराना चाहिए।