तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर 45 दिनों से कुंडली बार्डर पर हजारों किसान जमे हुए हैं। इनमें बुजुर्गों की संख्या भी काफी है। बारिश के बाद से अचानक यहां बीमारों की संख्या बढ़ने लगी है, जिसके कारण उन्हें आसपास के अस्पतालों में दाखिल करवाने का सिलसिला जारी है।
ठंड और हृदयाघात से अब तक 8 किसानों की मौत भी हो चुकी है। इसे देखते हुए अब आंदोलन स्थल पर अस्पताल ही खोल दिया गया है, ताकि बीमारों की तुरंत ही देखभाल हो सके। अस्पताल में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवा दी गई हैं। करीब 15 चिकित्सकों का एक दल पंजाब से पहुंचा है।
अस्पताल में स्वास्थ्य जांच करने के लिए ज्यादातर मशीनें उपलब्ध करवाई जा चुकी हैं, जबकि एक्स-रे जैसी मशीनें उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जा रहा है। शनिवार को अस्पताल में छह मरीजों को दाखिल कर उनका उपचार शुरू किया गया है, जबकि मामूली रूप से बीमार मरीजों को दवा देकर वापस भेजा जा रहा है।