अन्ना ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि पिछले चार साल से किसानों की महत्वपूर्ण मांगों पर आंदोलन कर रहा हूं। कई बार देश के प्रधानमंत्री और कृषिमंत्री के साथ पत्राचार हुआ लेकिन सरकार ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया। यह किसानों के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता है। वे पहले भी अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुके हैं।
अन्ना की मांग है कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें, कृषिमूल्य आयोग को संवैधानिक दर्जा या स्वायत्तता, कृषि उपज को लागत का 50 फीसदी अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) दिया जाए।