Kisan Andolan Live: मोदी सरकार के साथ किसानों की बैठक, राहुल ने दिया बड़ा बयान

बुधवार, 30 दिसंबर 2020 (14:50 IST)
नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को दोपहर 2 बजे विज्ञान भवन में किसान संगठनों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया। किसान नेता कृषि कानून वापस लेने की मांग पर अड़े, सरकार भी किसानों की मांग पर सहमत नहीं। किसान आंदोलन से जुड़ी हर जानकारी...


03:51 PM, 30th Dec
-कृषि कानूनों पर एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे गतिरोध को खत्म करने के लिए प्रदर्शनकारी किसानों के संगठनों और तीन केंद्रीय मंत्रियों के बीच छठे दौर की वार्ता बुधवार दोपहर शुरू हुई।
-केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेलवे, वाणिज्य और खाद्य मंत्री पीयूष गोयल तथा वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश यहां विज्ञान भवन में 41 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर रहे हैं।

02:51 PM, 30th Dec
-कांग्रेस ने किसान संगठनों और सरकार के बीच नए दौर की बातचीत की पृष्ठभूमि में बुधवार को कहा कि केंद्र को तीनों ‘काले कृषि कानूनों’ को निरस्त कर किसानों को नए साल की सौगात देनी चाहिए।
-पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश के किसान विश्वास नहीं करते।
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02:51 PM, 30th Dec
-गाजीपुर-दिल्ली बॉर्डर एक माह से किसानों का आंदोलन कृषि कानून को लेकर चल रहा है। ठिठुरती ठंड में किसान आंदोलनरत है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ने मंच से भाषण देकर अपनी मंशा को साफ करते हुए कहा है कि ते वैचारिक क्रांति है, देश की 70% जनसंख्या गांवों में रहती है, सरकार उनको नाराज करके खुश नहीं हो सकती है।
-दिल्ली में सरकार से होने वाली वार्तालाप से पहले टिकैत ने मंच से दो टूक कहा कि ये आंदोलन दो सूरतों में ही खत्म हो सकता है। पहला सरकार तीनों कृषि कानून वापस ले और पूरे देश में फसल का न्यूतम समर्थन मूल्य एक होने का कानून बने।
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02:11 PM, 30th Dec
-कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विज्ञान भवन पहुंचे।
-कृषि सचिव भी बैठक में शामिल होने विज्ञान भवन पहुंचे।

01:44 PM, 30th Dec
अखिलेश यादव का ट्वीट, 'भाजपा सरकार चंद अमीर मित्रों के फ़ायदे के लिए पूरे देश के किसान को न ठगे और आज की वार्ता में कृषि कानून वापस ले। सच तो ये है कि भाजपा का जमीनी कार्यकर्ता भी यही चाहता है क्योंकि वो आम जनता के बीच जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है। भारत का राजनीतिक नेतृत्व इतना बंजर कभी न था।

01:30 PM, 30th Dec
-इस साल सितम्बर में अमल में आए तीनों कानूनों को केन्द्र सरकार ने कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश किया है। उसका कहना है कि इन कानूनों के आने से बिचौलिए की भूमिका खत्म हो जाएगी और किसान अपनी उपज देश में कहीं भी बेच सकेंगे।
-दूसरी तरफ, प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों का कहना है कि इन कानूनों से एमएसपी का सुरक्षा कवच खत्म हो जाएगा और मंडियां भी खत्म हो जाएंगी तथा खेती बड़े कारपोरेट समूहों के हाथ में चली जाएगी।
-सरकार लगातार कह रही है कि एमएसपी और मंडी प्रणाली बनी रहेगी और उसने विपक्ष पर किसानों को गुमराह करने का आरोप भी लगाया है।

01:07 PM, 30th Dec
-बातचीत के लिए विज्ञान भवन पहुंचे किसान।
-बातचीत से पहले एक किसान नेता ने सरकार से कृषि कानून वापस लेने की अपील की।

01:02 PM, 30th Dec
-केंद्रीय मंत्री सोमप्रकाश ने कहा कि उन्हें उम्मीद है आज ही किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा। सरकार किसानों के साथ खुले मन से बात कर रही है, जो भी सुझाव आएंगे उसपर विचार किया जाएगा।

12:27 PM, 30th Dec
-दोपहर दो बजे होने वाली बातचीत में संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल 40 किसान संगठन शामिल होंगे।
-8 दिसंबर को हुई छठें दौर की बातचीत में दोनों पक्षों के अपने-अपने पर एजेंडे पर अड़े‌ रहने के कारण उसके बाद बातचीत‌‌ में आया डेडलॉक अब 22 दिनों बाद डॉयलॉग में बदलने जा रहा है।

12:25 PM, 30th Dec
-स्वराज इंडिया के अध्यक्ष और किसान आंदोलन के‌ प्रमुख‌ नेता योगेंद्र ‌यादव कहते है कि सरकार किसान आंदोलन के हल करने के मूड में नहीं दिखाई दे रही है।
-वह कहते हैं कि प्रधानमंत्री ‌नरेंद्र मोदी और मंत्रियों के बयान देखकर पता चलता है कि‌ न सरकार कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए नहीं तैयार है और न ही MSP की गारंटी देना चाहती है।
-योगेंद्र यादव कहते हैं कि सरकार अभी पूरे मुद्दे पर किसानों को घुमाना चाहती है। अगर बातचीत तीनों कानून को रद्द करने की प्रक्रिया और एमएसपी की गारंटी देने पर होती है तो बहुत अच्छी बात है।
-वह कहते हैं कि अभी किसानों का लंबा संघर्ष बाकी और इसके लिए किसान आंदोलन ने भी मन बना लिया है।

12:13 PM, 30th Dec
-तीन कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के साथ बातचीत करने के लिए किसान नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल सिंघु बॉर्डर से रवाना हुआ। केंद्र सरकार आज प्रदर्शनकारी किसानों के साथ छठे दौर की वार्ता करेगी।


11:13 AM, 30th Dec
-बुराड़ी बॉर्डर से फरीदकोट (पंजाब) के जिला प्रधान बिंदर सिंह गोले वाला ने कहा, आज दो बजे बैठक होगी। इस बैठक से हमें तो ज़्यादा उम्मीद नहीं है लेकिन इस साल इस कानून पर फैसला हो जाए तो ये हमारे और सरकार के लिए अच्छा होगा। जब कानून रद्द होगा हम तभी यहां से जाएंगे वरना नए साल पर भी यही रहेंगे।
-आज दोपहर 12 बजे यूपी गेट गेट पर किसानों की महापंचायत होगी। इस पंचायत में शामिल होने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत किसानों के साथ मुजफ्फरनगर अपने आवास सिसौली से बागपत होते हुए पहुंचेंगे।

10:12 AM, 30th Dec
-आज दोपहर 12 बजे यूपी गेट गेट पर किसानों की महापंचायत होगी। इस पंचायत में शामिल होने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत किसानों के साथ मुजफ्फरनगर अपने आवास सिसौली से बागपत होते हुए पहुंचेंगे।

08:12 AM, 30th Dec
-किसान हमारे अन्नदाता, उन्हें नक्‍सल और खालिस्‍तानी नहीं कहना चाहिए- राजनाथ सिंह
-राजनाथ ने कहा कि हम किसानों का सम्मान करते हैं, वो हमारे अन्नदाता हैं। सरकार किसानों के साथ कृषि कानून के हर मसले पर चर्चा करने को तैयार है, नए कानून किसानों की भलाई के लिए हैं। अगर किसी को कोई दिक्कत है तो सरकार चर्चा को तैयार है।

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