बताते चलें कि आज मंगलवार सुबह से किसान और पुलिस के बीच बिगड़े हालात के चलते जहां कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे तो वहीं हादसे में एक किसान की मौत भी हो गई है जिसको लेकर दिल्ली से वापस बागपत पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मंगलवार को जो कुछ दिल्ली में हुआ है, उसकी वे निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी हुआ है, उसके पीछे पुलिस क्या सफलता है जिसके कारण हिंसा हुई है, जो कि नहीं होनी चाहिए थी।
इसमें किसान का कोई दोष नहीं है, क्योंकि यहां से गए किसान तो दिल्ली का रास्ता भी नहीं जानते थे। निश्चित तौर पर किसानों को बदनाम करने की एक बड़ी साजिश है इसलिए केंद्र सरकार को आज मंगलवार के घटनाक्रम की उच्चस्तरीय जांच करवानी चाहिए ताकि सच सामने आ सके।
उन्होंने कहा कि आज की घटना से सरकार का कहीं कुछ भी नुकसान नहीं हुआ है। जो कुछ हुआ है, किसानों का नुकसान हुआ है और लगातार किसानों को बेइज्जत करने का कोई मौका सरकार नहीं छोड़ रही है। उन्होंने सीधे तौर पर दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली पुलिस की गोली से किसान की मौत हुई है जिसके चलते किसान के परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा और आंदोलन चलता रहेगा। इसके लिए चाहे उन्हें जेल भी जाना पड़े तो वे तैयार हैं।