नई दिल्ली। हरियाणा के पंचकूला स्थित गुरुद्वारा नाढा साहिब से आए स्वयंसेवकों के एक समूह ने दिल्ली-हरियाणा की सिंघु बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शनस्थल पर डेंगू से बचाव के लिए शुक्रवार को दवा का छिड़काव किया। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ बड़ी संख्या में किसान पिछले 40 दिन से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे हैं।
जीटी करनाल राजमार्ग का एक बड़ा हिस्सा किसानों के लिए अस्थायी आश्रय स्थल बन गया है। सड़कों पर कई 'लंगरों' का प्रबंध किया गया है, लेकिन प्रदर्शनकारी किसानों के लिए स्वच्छता बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। स्वयंसेवी इस चुनौती से भी निपटने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
प्रदर्शन स्थल पर शुक्रवार को 4 लोगों के एक दल ने विभिन्न स्थलों पर डेंगूरोधी दवा का छिड़काव किया। इनमें से 2 लोगों के पास डेंगूरोधी दवा का छिड़काव करने वाली मशीनें थीं। एक स्वयंसेवक ने कहा कि हम पंचकूला के गुरुद्वारा नाढा साहिब से सेवा करने आए हैं। हम चाहते हैं कि इस माहौल में हमारे किसान भाई सुरक्षित रहें, इसलिए हम ये मशीनें अपने साथ लाए हैं। बारिश के बाद सड़कों में पानी भर जाने और लंगर के बाद बचे कूड़े के कारण मच्छरों के पनपने का खतरा है। (भाषा)