रूस में चल रहे विश्व कप-2018 में इस बार ग्रुप 'डी' को सबसे चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है जिसमें क्रोएशिया, नाइजीरिया के अलावा 5 बार के 'विश्व प्लेयर ऑफ द ईयर' लियोनल मैसी की अगुवाई वाली अर्जेंटीना और पहली बार क्वालीफाई करने वाली आइसलैंड शामिल हैं जिसने यूरो 2016 में क्वार्टर फाइनल तक जगह बनाकर सभी को चौंकाया था।
नाइजीरिया की टीम दूसरी ओर पिछली खराब लय को कोच गेर्नोट रोहर से जुड़े विवादों को पीछे छोड़ कैलिनिनग्राद स्टेडियम में अच्छा प्रदर्शन करने का प्रयास करेगी जिसे विश्व कप से पूर्व अपने 4 अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मैचों में हार झेलनी पड़ी है। नाइजीरिया ने अपने ग्रुप में सबसे निचली 48वीं रैंक की टीम है लेकिन ब्राजील में 4 वर्ष पहले उसने अंतिम-16 तक जगह बनाई थी।
कोच रोहर ने मैच से पूर्व कहा कि उन्हें ग्रुप 'डी पसंद है, क्योंकि उनकी टीम मुश्किल चुनौतियों से पार पाना जानती है और उनकी नाइजीरियाई टीम क्रोएशिया के लिए तैयार है। दूसरी ओर क्रोएशिया कई बार अहम मौकों पर फेल रही है। वर्ष 1998 के फ्रांस विश्व कप में स्वतंत्र देश के रूप में क्रोएशिया ने पदार्पण किया था लेकिन तभी से वह ग्रुप चरण से आगे नहीं जा सकी है।
पूर्वी यूरोपियन टीम रियाल मैड्रिड के अपने खिलाड़ी लुका मोडरिच पर काफी निर्भर है, जो दुनिया के श्रेष्ठ मिडफील्डरों में गिने जा रहे हैं जबकि आंद्रेज क्रामारिच, इवान पेरिसिक और मारियो मांडजुकिक से भी अच्छे खेल की उम्मीद है। (वार्ता)