टूर्नामेंट का यह दूसरा मैच होगा जो दूसरे दिन खेला जाएगा। दोनों टीमें सकारात्मक शुरुआत करने के इरादे से उतरेंगी। मिस्र में इस मैच में लेकर इतनी उत्सुकता है कि मैच शुरू होते ही जैसे पूरा मिस्र ठहरा जाएगा। इस मैच से पहले सबसे बड़ी चर्चा यही थी कि सालाह इस मैच में खेलने उतर पाएंगे या नहीं, लेकिन मैच से 24 घंटे पहले मिस्र के लिए एक अच्छी खबर है कि लीवरपूल का यह खतरनाक स्ट्राइकर मैच के लिए फिट हो चुका है जिससे मिस्र की उम्मीदें बढ़ गयी हैं।
मिस्र 1990 के बाद से पहली बार विश्व कप में खेल रहा है। दो बार का पूर्व विजेता उरूग्वे हालांकि इस मैच में जीत का दावेदार माना जा रहा है। यह दक्षिण अमेरिकी टीम 2010 के विश्वकप में प्रभावशाली प्रदर्शन कर चौथे स्थान पर रही थी और चार साल पहले ब्राजील में राउंड-16 तक पहुंची थी। उरूग्वे को अपने स्टार फारवर्डों लुईस सुआरेज़ और एडिनस कवानी से खासी उम्मीदें रहेंगी।