किसी भी भाषा का पुख्ता ज्ञान आपकी सफलता में सहायक होता है। अब वह पुरानी बात हो गई जब केवल हिन्दी या अंग्रेजी भाषा में ही करियर बनाया जाता था। अब विदेशी भाषा के बढ़ते बाजार के कारण विदेशी भाषा में करियर की कई संभावनाएँ हैं।
विदेशी भाषा में करियर बनाने का अपना ही मजा और आकर्षण है। इसमें वे लोग ही आगे आते हैं जो भाषा पर अच्छी पकड़ रखते हैं और इससे उनका भावनात्मक लगाव भी होता है।
विदेशी भाषा के जानकार टूर ऑपरेटर, व्याख्याकार से लेकर अनुवादक के रूप में अपना करियर शुरू कर सकते हैं। विदेशी भाषा जानने से आप उस देश की संस्कृति, रहन-सहन से भी परिजित होते हैं। आपको मौका मिलता है उस देश के बारे में जानने का। इसके अलावा इस क्षेत्र में आकर्षक वेतन भी है।
कौन सी विदेशी भाषा चुनें- विदेशी भाषा जानने वालों की खासी माँग है। जर्मन, चाइनीस, स्पेनिश, फ्रेंच, अरबी भाषाओं की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अच्छी माँग है। आप इनमें से कोई एक भाषा चुनकर उसमें डिप्लोमा या डिग्री ले सकते हैं। वैसे बीते कुछ वर्षों में जर्मन, चाइनीस और फ्रेंच भाषा सीखने में युवाओं ने खासी रुचि दिखाई है।
किसी भी भाषा का पुख्ता ज्ञान आपकी सफलता में सहायक होता है। अब वह पुरानी बात हो गई जब केवल हिन्दी या अंग्रेजी भाषा में ही करियर बनाया जाता था। अब विदेशी भाषा के बढ़ते बाजार के कारण विदेशी भाषा में करियर की कई संभावनाएँ हैं।
कहाँ से करें कोर्स- देश के लगभग सभी नामी विश्वविद्यालयों में भाषा विज्ञान के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। कुछ विश्वविद्यालयों के नाम नीचे दिए जा रहे हैं।
अलीगढ़ विश्वविद्यालय, अलीगढ़ कोर्स- संस्कृत, उर्दू, अरबी, परशियन भाषा में डिप्लोमा और डिग्री
एलियांस फ्रेंचाइस, नई दिल्ली कोर्स- फ्रेंच भाषा और फ्रेंच कल्चर में डिप्लोमा और डिग्री
बाबा साहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद कोर्स- डिप्लोमा इन चाइनीस
पंजाब विश्वविद्यालय, पटियाला कोर्स- डिप्लोमा एंड सर्टिफिकेट इन चाइनीस
उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर कोर्स- डिप्लोमा इन चाइनीस
जापानीस कल्चर एंड इंफार्मेशन सेंटर एम्बेसी ऑफ जापान, नई दिल्ली कोर्स- डिप्लोमा इन जापानीस
दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली सर्टिफिकेट इन चाइनीस एंड जापानीस स्टडी