टफेल (टेस्ट ऑफ इंग्लिश एज एन फॉरेन लैंग्वेज) अब सिर्फ अमेरिका में अध्ययन के लिए ही नहीं बल्कि अन्य कई विदेशी यूनिवर्सिटियों में प्रवेश के लिए भी अनिवार्य है।
हावर्ड, ऑक्सफोर्ड, मैकगिल, ईटीएच ज्यूरिश, ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी और नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर सहित लगभग छह हजार यूनिवर्सिटी में टफेल को मान्यता है।
इंटरनेट बेस्ड टेस्ट के अंतर्गत टफेल में चार सेक्शन होते हैं।
रीडिंग- रीडिंग सेक्शन में 3 से 5 लंबे पैसेज और इन पर आधारित प्रश्न दिए जाते हैं। ये पैसेज अंडरग्रेजुएट सिलेबस से लिए जाते हैं और इसमें देखा जाता है कि स्टूडेंट्स टॉपिक, पैसेज आइडिया, वॉकेब्स और अन्य पहलूओं पर कितना सक्षम है।
लिस्निंग- इस सेक्शन के अंतर्गत स्टूडेंट छह पैसेज को बड़े गौर से सुनता है। इस सेक्शन में चार एकेडमिक पैसेज के साथ दो स्टूडेंट्स के बीच बातचीत होती है। लिस्निंग सेक्शन में स्टूडेंट को पैसेज के आइडिया, डिटेल, पर ध्यान देना जरूरी है।
स्पीकिंग- इस सेक्शन के अंतर्गत छह टास्क दिए जाते हैं, जिसमें दो टास्क स्वतंत्र रूप से करने होते हैं, जबकि टास्क सामूहिक होते हैं। इसमें स्टूडेंट्स एक पैसेज पढ़ता है और दूसरा पैसेज सुनता है और फिर दोनों में संबंध बताते हुए उसकी व्याख्या करता है।
राइटिंग- राइटिंग सेक्शन में दो टास्क दिए जाते हैं। इसमें एक टास्क स्वतंत्र रूप से तथा दूसरा सामूहिक रूप से करना होता है। इसमें स्टूडेंट्स एक पैसेज पढ़ता है और दूसरा पैसेज सुनता है। फिर दोनों पैसेज में संबंध बताते हुए अपने विचार लिखता है।
इंटरनेट बेस्ड टेस्ट में समय सीमा और प्रश्नों की संख्या निम्नलिखित है। टास्क आईबीटी समय सीमा रीडिंग 3 पैसेज और 39 प्रश्न 60 मिनट लिस्निंग 6 पैसेज और 34 प्रश्न 50 मिनट स्पीकिंग 6 टास्क और 6 प्रश्न 20 मिनट राइटिंग 2 टास्क और 2 प्रश्न 55 मिनट