रविवार, 7 अगस्त को फ्रेंडशिप डे (Friendship Day 2022)मनाया जा रहा है। हर मनुष्य के जीवन में कोई न कोई मित्र अवश्य ही रहता है। मित्रों के बिना हमारे जीवन का कोई महत्व नहीं हैं। एक सच्चा और अच्छे दोस्त की क्या है पहचान? सच्ची दोस्ती के इसी महत्व को समझा रहे हैं यहां 10 भारतीय विद्वान।
जानिए उनके 10 खास विचार-
1. मित्रता की गहराई परिचय की लंबाई पर निर्भर नहीं करती! -रवींद्रनाथ टैगोर
2. कभी भी उन लोगों से दोस्ती न करें, जो आपसे ऊपर या नीचे के दर्जे के हैं। ऐसी दोस्ती आपको कभी खुशी नहीं देगी -आचार्य चाणक्य
3. एक जिज्ञासु और दुष्ट मित्र एक जंगली जानवर की तुलना में डरने के लिए अधिक है, एक जंगली जानवर आपके शरीर को घायल कर सकता है, लेकिन एक बुरा दोस्त आपके दिमाग को घायल कर देगा। -गौतम बुद्ध
4. सच्चा प्रेम दोस्ती की बुनियाद पर टिका होता है। -ओशो
5. शत्रु ऐसे राजा का नाश नहीं कर सकता जिसके पास उसका दोष बताने वाले, असहमति जताने वाले और सुधार करने वाले मित्र हों। -संत तिरुवल्लुवर
6. मैं दोस्त के साथ अंधेरे में चलना पसंद करूंगी, बजाय रोशनी में अकेली चलने के। -हेलेन केलर
7. दोस्त बनाने में धीमे रहिए, लेकिन जब दोस्ती हो जाए तो उसे हमेशा दृढ़ता से निभाइए। -सुकरात
8. आपके हृदय में एक चुंबक होता है जो सच्चे मित्रों को आपकी ओर आकर्षित करता है। वह चुंबक है आपकी निःस्वार्थता और दूसरों के बारे में पहले सोचने का स्वभाव। जब आप दूसरों के लिए जीना सीख लेते हैं, तब दूसरे आपके लिए जीने लगते हैं। -परमहंस योगानंद
9. मैत्री परिस्थितियों का विचार नहीं करती, अगर यह विचार बना रहे तो समझ लो मैत्री नहीं है।- मुंशी प्रेमचंद
10. कभी भी मित्रों को अपने सारे राज न बताएं क्योंकि यदि ये आपसे नाराज हो गए तो ये आपकी निजी बातें दूसरे लोगों को बता सकते हैं। -चाणक्य