उत्तर : देखिए प्रधानमंत्री को मुखिया बने रहने के लिए अपने मातहत मंत्रियों को अपने तरीके से साधना तथा नियंत्रण में लेना होता है। इस काम को एक बार में करना टेड़ी खीर साबित होता है। इसीलिए हर प्रधानमंत्री इस काम को दो टुकड़ों में ही करना पसंद करता है। जब आधी टीम सध जाती है तब शेष के बारे में सोचा जाता है और जो ना सध सके उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है।