उत्तर- देखिए सबसे पहले तो आज के दिन के उपलक्ष्य में विश्व को शून्य की सौगात देने वाले हमारे देश के सभी गणितज्ञों को बधाई, जिनकी बदौलत देश की कीर्ति पताका पूरे विश्व से लेकर अंतरिक्ष व मंगल ग्रह तक जा पहुंची है। पर मेरी नजर बार-बार उन गणित के महारथियों पर जाकर टिकती है, जो चुनावी गणित जमा कर सत्ता के सिंहासन तक पहुंचते या अपने नेता और पार्टी को पहुंचाते हैं। इन्हें आज के दौर का सबसे बड़ा गणितज्ञ माना जा सकता है। पर रुकिए इन्हें भी टक्कर देने के लिए कोई हैं। और वे हैं देश की गृहिणियां, जो महंगाई के विकट दौर में सीमित आमदनी में घर के खर्च का गणित जमाती हैं। फैसला अब आप स्वयं कर लीजिए।