नवजोत सिंह सिद्धू के 8 चुटीले संवाद, छूट जाएगी हंसी

नवजोत सिंह सिद्धू के बीजेपी से अलग होने और राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा देने जैसी अटकलें पिछले कुछ समय से लगातार चर्चा में रही हैं। चर्चा यह भी थी कि सिद्धू आप पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। इन सब खबरों के बीच सिद्धू एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। उनकी कंमेंट्री को लेकर तो लोग मजाक में यह कहने से भी नहीं चूके कि उनकी कंमेंट्री से टीवी तक खराब हो जाते हैं। 


 
 
उनकी कंमेंट्री, उनके हंसने का अंदाज और उनके चुटीले संवाद लोगों द्वारा व्यापक पैमाने पर पसंद भी किए गए वहीं कई बार उनका मजाक भी बना।  पढ़िए उनके ऐसे चुटील 8 संवाद कि आपको हंसी आए बिना नहीं रहेगी वहीं कुछ आपको लगेगें बेहद प्रभावी.. 

1. क्या कभी उल्लू को रात में सोते देखा है? 
क्या कभी मछलियों को सुबह से नहाते देखा है? 
आदतें जो लग जाएं कहां वो जल्दी बदलती हैं। 
क्या कभी कुत्ते की दुम को सीधा होते देखा है? 
 
2. पान के चबाने से, दही के मथने से, 
सोने को तपाकर पीटने से उनके गुण बढ़ते हैं... 
 
3. सफलता के रास्ते पर एक या दो पंचर झेले 
बिना किसी का चलना संभव नहीं। 
 
अगले पेज पर कत्ल करने के लिए.... 

4. जीने के लिए तेरा इक अरमान ही काफी है, 
दिल की कलम से लिखी ये दास्तान ही काफी है, 
तीरों तलवार की तुझे क्या जरूरत है हसीना,
कत्ल करने के लिए तेरी मुस्कान ही काफी है... 


 
 
5. इंसान के अज्म और हिम्मत का जब दूर किनारा होता है, 
तूफान में डूबी कश्ती का भगवान सहारा होता है। 
 
6.  सोने में सुगंध नहीं, पत्थर में फूल नहीं, गलती सबसे होती है। 
 
7.  क्या गेंद घूमी है, कांटा चेंज कर गयी ढूंढो ढूंढो रे साजना
 
8.  कच्ची ईंटें शक्तिहीन होती हैं, आग में डाल तो पक कर मजबूत हो जाती हैं
 

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