प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता के कई सकारात्मक परिणाम आए हैं और इनमें से कुछ मेरे दिल के बहुत करीब हैं। दुनिया का जीडीपी-केंद्रित दृष्टिकोण, अब मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में बदल रहा है। भारत इसमें उत्प्रेरक की भूमिका निभा रहा है। सबका साथ, सबका विकास विश्व कल्याण के लिए भी एक मार्गदर्शक सिद्धांत हो सकता है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए डार्कनेट, मेटावर्स और क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं, राष्ट्रों के सामाजिक ताने- बाने पर इसका असर पड़ सकता है। (भाषा)