माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज 7 लॉन्‍च

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नई दिल्ली, दुनिया की प्रमुख सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपना नया ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज 7 लॉन्‍च कि‍या है। विंडोज 7 पर दुनिया भर के कंप्यूटर उपभोक्ताओं के साथ-साथ माइक्रोसॉफ्ट की उम्मीदें भी टिकी हुई हैं।

विंडोज 7 ऐसे समय में पेश कि‍या गया है जबकि वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण कंप्यूटरों की ब्रिकी घटी है। माइक्रोसॉफ्ट को इसके बावजूद उम्मीद है कि वह विंडो विस्ता से कंपनी की साख पर लगी कालिख को विंडोज 7 की सफलता से पोंछ सकेगी।

कंपनी की एक प्रवक्ता ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट इंडि‍या के अध्‍यक्ष रवि‍ व्‍यंकटेशन भारतीय बाजार में इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम को पेश करने की घोषणा की थी। प्रवक्ता ने इस उत्पाद की कीमत तथा अन्य ब्यौरा तत्काल देने से इनकार किया।

विश्लेषकों को उम्मीद है कि विंडोज 7 का प्रदर्शन विंडोज विस्ता से बेहतर होगा। आईडीसी इंडिया के प्रमुख पीसी विश्लेशक सुमंत मुखर्जी ने कहा, 'अपेक्षा की जाती है कि कंप्यूटर का इस्तेमाल करने वालों को विंडो विस्ता की तुलना में विंडोज 7 बेहतर लगेगा।' कंपनी ने इससे पहले 2007 में अपना बहुप्रचारित ऑपरेटिंग सिस्टम ‘विंडोज विस्ता’ पेश किया था जो कंपनी के लिए बड़ा धक्का साबित हुआ।

विंडोज विस्ता में अनेक तरह की तकनीकी दिक्कतों की शिकायतें आईं और इसकी ब्रिकी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रही। माइक्रोसॉफ्ट के कार्यकारी अध्यक्ष स्टीव बामर ने हाल ही में स्वीकार किया कि विस्ता कंपनी की साख के लिए धब्बा रहा। उन्होंने कहा कि विस्ता के खराब प्रदर्शन से माइक्रोसॉफ्ट की साख को जो धक्का लगा उसकी भरपाई कभी नहीं हो सकी।

साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि आर्थिक मंदी के कारण पर्सनल कंप्यूटरों की ब्रिकी प्रभावित हुई है और इसका असर विंडोज 7 की ब्रिकी पर भी होगा।

आईडीसी के मुखर्जी ने विस्ता ग्राफिक्स पर अधिक ध्यान दिया गया जिससे वह कंप्यूटर के संसाधनों पर भारी रही जबकि उम्मीद है कि विंडोज 7 कम मेमोरी और प्रोसेसिंग पावर की जरूरत के साथ व्यक्तिगत कंप्यूटर उपभोक्ताओं के लिए अच्छा काम करेगा।

दिल्ली में कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का कारोबार करने वाले मोहम्मद आरिफ ने भाषा से कहा विंडोज एक्सपी सबसे अधिक बिकता है क्योंकि वह हर तरह के ग्राहक की जरूरतों को पूरा करता है।

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