हार्डवेयर उत्पाद बनाने वाली अग्रणी कंपनी आईबीएम अब डीएनए से माइक्रोचिप्स की संरचना बनाने की तैयारी कर रही है।
इंटरनेशनल बिसनेस मशीन नेक्स्ट जनरेशन के लिए ऐसी चिप बनाएगी जो देखने में बहुत छोटी होगी और उसकी लागत भी कम होगी। इसे बनाने में कृत्रिम डीएनए नैनोस्ट्रक्चर्स (छोटी संरचनाओं) या डीएनए ऑरिगेमी की मदद ली जाएगी। असल में सस्ती माइक्राचिप बनाने के लिए ही यह प्रयोग किया जा रहा है।
माइक्रोचिप्स का उपयोग कंप्यूटर्स, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में किया जाता है। कंपनी ने बताया कि चिप जैसे इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद में जैविक पदार्थ के उपयोग का प्रदर्शन पहली बार किया जा रहा है।
वर्तमान में चिप जितनी छोटी होती है उतनी ही उसकी लागत अधिक होती है लेकिन डीएनए आरिगेमी प्रोसेस द्वारा निर्माताओं की लागत कम होगी और लाभ अधिक होगा। यह खोज आईबीएम के रिसर्च सेंटर और कैलीफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दोनों के वैज्ञानिकों द्वारा मिलकर की जा रही है।