-अरुंधती अमड़ेकर ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से परेशान पूरी दुनिया के लिए निश्चित रूप से यह एक सुकून देने वाली खबर है।
कई बड़ी मोबाइल कंपनियों ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाले मोबाइल को बाजार में लाने की पूरी तैयारी कर ली है। आशा की जाती है कि इस वर्ष के अंत तक ये मोबाइल कई देशों के बाजारों में होंगे। हाल ही में बर्सिलोना में शुरू हुई मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में सैमसंग और एलजी कंपनियों ने सौर ऊर्जा से चलने वाले मोबाइलों की नुमाइश की गई।
सैमसंग के इस मोबाइल का नाम ब्लू अर्थ है। इसमें इको मोड है जिससे यूजर्स एक क्लिक द्वारा डिवाइस की अधिकतम ऊर्जा का उपयोग कर सकते हैं और यह स्क्रीन की ब्राइटनेस, बैकलाइट अवधि और ब्लूटूथ को एनर्जी एफिशियंट सेटिंग के लिए समायोजित करता है। इसे 10 से 14 घंटे तक सूर्य की तेज रोशनी में चार्ज करने पर आप 4 घंटे तक फोन पर बात कर सकते हैं।
हैंडसेट को सामान्य रूप से चार्जर के जरिए भी चार्ज किया जा सकता है। फोन में एक स्पीडोमीटर भी जिससे आप पता लगा सकेंगे की आपने कार से जाने के बजाए पैदल चलकर वायु में कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन को कितना रोका, इस सुविधा का नाम ईकोवॉक होगा। फोन की कीमत अभी तय नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि ये काफी महँगे होंगे।
ये हैंडसेट पानी के बोतलों के प्लास्टिक द्वारा पुन: बनाए गए पीसीएम द्वारा बनाया गया है। यूके में ब्लू अर्थ फोन्स इस वर्ष के अंत तक बिकना शुरू हो जाएँगे। सैमसंग ब्लू अर्थ हैडसेट आकार में छोटा और हल्का होगा।
एलजी ने भी इसी तरह के मोबाइल का प्रदर्शन किया। इस मोबाइल को दस मिनट तक सूर्य की रोशनी में रखने पर आप फोन से तीन मिनट तक बात कर सकते हैं। सैमसंग की तरह ही इस फोन के बैक कवर पर भी एक सोलर पैनल बना है जो स्वयं को प्राकृतिक रूप से चार्ज करता है. यह पैनल सौर ऊर्जा को बिजली में बदलता है।
यह बैक कवर अन्य एलजी मोबाइल डिवाइस में भी लगाया जा सकता है जिससे वो भी सीधे सूर्य की ऊर्जा से चार्ज हो सके। फोन ग्रीन पैकेजिंग में आएगा। इसके नाम की अभी पुष्टि नहीं की गई है। फोन बायो प्लास्टिक से बना है और इसे बनाने में किसी भी खतरनाक पदार्थ का उपयोग नहीं किया गया है जैसे लीड, कैडमियम, मर्करी, क्रोमियम 6, मर्करी इत्यादि। फोन में लेड फ्लैश के साथ एमपी3 कैमरा भी है। एलजी इस साल के अंत तक यूरोप में अपने ये सोलर पावर्ड मोबाइल फोन लॉन्च कर देगा।
जिन देशों में बिजली की समस्या है वहाँ इन मोबाइलों की माँग ज्यादा होने की संभावना है जैसे अफ्रीकी देशों में चार्जिंग बूथ हैं जहाँ से लोग पैसे देकर अपना मोबाइल चार्ज करते हैं क्योंकि उनके घर में बिजली नहीं होती है.
चीनी कंपनी जेडटीई भी कोरल-200 सोलर नाम से संसार का पहला कम कीमत वाला सौर ऊर्जा से चलने वाला मोबाइल लॉन्च करने वाली है। नोकिया, मोटोरोला और सोनी इरक्सन भी अब इस कतार में शामिल होने की तैयारी में हैं।