Ganesh Chaturthi 2025: गणेश उत्सव के पांचवें दिन का नैवेद्य और मंत्र, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त

WD Feature Desk

शनिवार, 30 अगस्त 2025 (10:01 IST)
ganesh jee ka aaj ka bhog: इन दिनों गणेशोत्सव पर्व के खास दिन चल रहे हैं और इन 10 दिनों में भगवान श्रीगणेश की पूजा मध्यान्हकाल, अभिजीत मुहूर्त और प्रदोषकाल में की जाती है। आइए यहां जानते हैं गणेश उत्सव के पांचवें दिन के पूजा के मुहूर्त, मंत्र और नैवेद्य के बारे में जानकारी...ALSO READ: गणपति बप्पा का कौन सा मंत्र सबसे प्रभावशाली है?
 
31 अगस्त 2025, रविवार के शुभ मुहूर्त
1. दिन में 11:56 से 12:47 बजे के बीच।
2. शाम को 6:44 से रात 7:51 के बीच।
 
आज का मंत्र- 'ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं क्लीं क्लीं गण‍पति वर वरद सर्व लोकं में वशमानय स्वाहा।'
 
यह मंत्र आकर्षण शक्ति में वृद्धि करता है। साक्षात्कार में सफलता दिलाता है। समाज में प्रतिष्ठा देता है।ALSO READ: Ganesh chaturthi 2025: गणेशजी की दाईं और बाईं सूंड का रहस्य
 
पांचवां दिन - तिल-गुड़ लड्डू
 
गणेश उत्सव के पांचवे दिन भगवान गणपति को तिल-गुड़ के लड्डू का भोग लगाया जाता है। यह दिन खासकर उन भक्तों के लिए खास होता है जो डेढ़ दिन, पांच दिन या सात दिन के बाद गणपति विसर्जन करते हैं। इस दिन तिल-गुड़ के लड्डू का भोग लगाना बहुत शुभ माना जाता है।
 
तिल-गुड़ के लड्डू का भोग सिर्फ स्वाद के लिए नहीं, बल्कि इसके पीछे स्वास्थ्य और धार्मिक कारण भी हैं। तिल और गुड़ दोनों ही सर्दियों में शरीर को गर्मी देते हैं, और इस मौसम में इनकी तासीर फायदेमंद होती है। ये लड्डू बनाने में बहुत आसान हैं और खाने में बेहद स्वादिष्ट।
 
तिल-गुड़ के लड्डू बनाने की विधि
 
सामग्री:
 
सफेद तिल: 1 कप
 
गुड़: 3/4 कप (कटा हुआ)
 
मूंगफली: 1/4 कप भुनी और दरदरी कुटी हुई, यदि आप लेना चाहे तो
 
घी: 1 चम्मच
 
इलायची पाउडर: 1/2 चम्मच
 
बनाने की विधि:
 
तिल भूनें: एक कढ़ाई को गरम करें और धीमी आंच पर तिल को हल्का सुनहरा होने तक भूनें। इन्हें लगातार चलाते रहें ताकि ये जलें नहीं। जब तिल फूलने लगें और चटकने की आवाज आने लगे, तो इन्हें एक प्लेट में निकालकर ठंडा कर लें।
 
मिश्रण तैयार करें: भुने हुए तिल को ठंडा होने के बाद थोड़ा सा दरदरा पीस लें, ताकि कुछ तिल साबुत रहें और कुछ का पाउडर बन जाए।
 
गुड़ पिघलाएं: उसी कढ़ाई में घी डालें और कटा हुआ गुड़ डालकर धीमी आंच पर पिघलाएं। गुड़ को लगातार चलाते रहें। जब गुड़ पूरी तरह से पिघल जाए और उसमें बुलबुले उठने लगें, तो आंच बंद कर दें।
 
लड्डू बनाएं: अब पिघले हुए गुड़ में तुरंत पिसा हुआ तिल, मूंगफली (यदि इस्तेमाल कर रहे हैं तो) और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
 
मिश्रण हल्का गरम हो, तभी इसे हाथों में थोड़ा-थोड़ा लेकर गोल लड्डू बनाएं। ध्यान रखें, मिश्रण बहुत जल्दी ठंडा हो जाता है, इसलिए इसे जल्दी से बनाना होता है। आपके स्वादिष्ट और पौष्टिक तिल-गुड़ के लड्डू भोग लगाने के लिए तैयार हैं।
 
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