Story of Ganesh Visarjan: हिंदू माह भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश जी की जयंती मनाई जाती है। इसी दिन से 10 दिवसीय गणेश उत्सव प्रारंभ होते हैं। हालांकि घरों में कुछ लोग डेढ़ दिन, कुछ 3 दिन, कुछ 5 दिन और अधिकतर 10 दिनों तक गणेशजी की स्थापना करने के बाद विसर्जन करते हैं। आओ जानते हैं श्री गणेश विसर्जन से जुड़ी कथा कहानी और मंत्र।
मम पूजा गृहीत्मेवां पुनरागमनाय च॥
गणेश विसर्जन की कथा कहानी- ganesh visarjan ki Katha kahani kya hai:
इसी कथा में यह भी वर्णित है कि श्री गणपति जी के शरीर का तापमान ना बढ़े इसलिए वेद व्यास जी ने उनके शरीर पर सुगंधित सौंधी माटी का लेप किया। यह लेप सूखने पर गणेश जी के शरीर में अकड़न आ गई। माटी झरने भी लगी। तब उन्हें शीतल सरोवर में ले जाकर पानी में उतारा। इस बीच वेदव्यास जी ने 10 दिनों तक श्री गणेश को मनपसंद आहार अर्पित किए तभी से प्रतीकात्मक रूप से श्री गणेश प्रतिमा का स्थापन और विसर्जन किया जाता है और 10 दिनों तक उन्हें सुस्वादु आहार चढ़ाने की भी प्रथा है।