भगवान गणेश को गणपति इसलिए कहते हैं क्योंकि वे गणों को प्रमुख हैं। उन्हें गणेश इसलिए कहते हैं क्योंकि वे गणों के ईश अर्थात ईश्वर हैं। उन्हें गजानन इसलिए कहते हैं कि उनका मुख गज अर्थात हाथी के समान है। उन्हें एकदंत इसलिए कहते हैं क्योंकि उनका एक ही दांत है। इसी तरह उनके कई नाम है परंतु ये सभी नाम तो उनकी उपाधि है फिर उनका असली नाम क्या है? आओ जानते हैं कि अनुश्रुति के अनुसार उनका नाम क्या है।
4. दूसरी कथा के अनुसार गणेशजी को द्वार पर बिठाकर पार्वतीजी स्नान करने लगीं। इतने में शिव आए और पार्वती के भवन में प्रवेश करने लगे। गणेशजी ने जब उन्हें रोका तो क्रुद्ध शिव ने उनका सिर काट दिया। इन गणेशजी की उत्पत्ति पार्वतीजी ने चंदन के मिश्रण से की थी। जब पार्वतीजी ने देखा कि उनके बेटे का सिर काट दिया गया तो वे क्रोधित हो उठीं। उनके क्रोध को शांत करने के लिए भगवान शिव ने एक हाथी के बच्चे का सिर गणेशजी के सिर पर लगा दिया और वह जी उठा।- स्कंद पुराण