मोइली के खिलाफ कुमारस्वामी, चुनावी जंग का बदला रंग

मंगलवार, 1 अप्रैल 2014 (13:06 IST)
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चिक्काबल्लापुर। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं जद-एस के राज्य प्रमुख एच डी कुमारस्वामी ने इस बार लोकसभा चुनाव में चिक्काबल्लापुर से केंद्रीय मंत्री एम वीरप्पा मोइली के खिलाफ खड़े होने का जुआ खेलकर इस लोकसभा सीट पर चुनावी लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है।

कुमारस्वामी इस बार ऐसी सीट से भाग्य आजमा रहे हैं जहां 16 लाख मतदाताओं में से करीब दो लाख लोग वोक्कालिगा समुदाय के हैं। कुमारस्वामी भी इसी समुदाय से संबंध रखते हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के पुत्र कुमारस्वामी ने विधानसभा चुनाव में रामनगरम सीट से जीत दर्ज करने के बाद बेंगलूर ग्रामीण से सांसद का पद छोड़ दिया था। उपचुनाव में उनकी पत्नी अनिता कुमारस्वामी को कांग्रेस के डी के सुरेश से हार झेलनी पड़ी थी।

चिक्काबल्लापुर से कुमारस्वामी के खड़े होने से मोइली के लिए लड़ाई मुश्किल हो गई है जिन्होंने 2009 के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को आसानी से हराया था। इस बार पूर्व मंत्री बच्चे गौड़ा भाजपा उम्मीदवार हैं।

आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी मोइली के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम छेड़ रखी है। हालांकि मोइली ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल के बारे में कहा है कि उन्हें यह नहीं पता कि सरकार कैसे काम करती है।

मोइली ने कहा कि 1996 को छोड़कर यह सीट 1977 से कांग्रेस का पारंपरिक गढ़ रही है। मोइली ने अपने प्रतिद्वंद्वियों गौड़ा और कुमारस्वामी का जिक्र करते हुए कहा कि इस सीट पर लोगों ने जाति के आधार पर मतदान नहीं किया है और यह बात 2009 के आम चुनावों में उनकी जीत से प्रतिबिंबित होती है।

कुमारस्वामी का कहना है कि उनके जीतने की उम्मीद काफी अधिक है क्योंकि भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां भ्रष्टाचार में डूबी हुईं हैं। उन्होंने मोइली या गौड़ा का नाम लिए बिना कहा कि उनके दोनों प्रतिद्वंद्वियों के नाम अरविंद केजरीवाल की भ्रष्टाचार की सूची में शामिल हैं।

गौड़ा ने जद एस उम्मीदवार का मजाक उड़ाने के लहजे में कहा कि कुमारस्वामी एक ऐसे प्रवासी पक्षी की तरह हैं जो एक झील से दूसरी झील उड़ता रहता है। वह अपनी राजनीतिक जन्मभूमि बेंगलूर ग्रामीण से चिक्काबल्लापुर आ गए हैं। (भाषा)

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