भाजपा ने 51000 कार्यकर्ता बनारस बुलाए

शनिवार, 3 मई 2014 (13:19 IST)
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नई दिल्ली। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी की जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी के उत्तरप्रदेश के प्रभारी अमित शाह सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने शिव की नगरी में जीत के लिए शाह ने पार्टी के 50 हजार कार्यकर्ताओं को वाराणसी में बुलाया है। वाराणसी के 2553 मतदान केन्द्रों में से प्रत्येक पर बीस-बीस कार्यकर्ताओं को तैनात किया जा रहा है।

पार्टी की योजना है कि वाराणसी के प्रत्येक मतदाता पर भाजपा की नजर रहे। उनके पास कितने कार्यकर्ता हैं, इसकी छोटी से छोटी जानकारी उनके पास है। भाजपा नेताओं ने गुजरात के स्थानीय नेताओं को कहा है कि प्रत्येक तालुका से आधा दर्जन पार्टी कार्यकर्ता भेजे जाएं। भाजपा के वाराणसी जोन के अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य का कहना है कि उनका इरादा है कि मतदान करने आने वाले प्रत्येक मतदाता से निजी तौर पर सम्पर्क किया जाए और उनका स्वागत किया जाए।

डेली मेन ऑनलाइन में प्रकाशित समाचार के मुताबिक उनका कहना है कि यही कारण है कि हम स्थानीय युवा को छांट रहे हैं। वे लोग प्रत्येक मतदाता को उनके नाम से जानते हैं और मतदान केन्द्र पर आने पर उनका स्वागत करेंगे। हालांकि इस काम में समय और श्रम लगेगा, लेकिन कार्यकर्ताओं के पास प्रत्येक मतदाता को पहचाने के लिए मतदाता सूची होगी और वाराणसी की प्रत्येक गली और कूचे में ये लोग सक्रिय होंगे।

आचार्य का कहना है कि जहां तक गुजरात से आने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं का सवाल है तो वे यहां पर हमारे शुभचिंतकों और तीर्थ नगरी में तीर्थयात्री के तौर पर आ रहे हैं। हम उनका अपने शहर में स्वागत करते हैं और उनकी हरसंभव मदद के लिए तैयार हैं। भाजपा अन्य मोर्चों पर भी काम कर रही है।

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यह उम्मीद की जा रही है कि गांधी परिवार के लोग अजय राय के समर्थन में प्रचार करेंगे इसलिए भाजपा की ओर से दिवंगत समाजवादी नेता राजनारायण के पोते धर्मेन्द्रसिंह की सेवाएं ली गई हैं। एक भाजपा नेता ने अपना नाम ना बताने की शर्त पर कहा कि हमें अगले दो दिनों में आशंका है कि कांग्रेसी नेता हम पर खूब जबानी हमले करेंगे।

चूंकि 1977 में राजनारायण ने रायबरेली से इंदिरा गांधी को हरा दिया था, इसलिए उनके पौत्र की मौजूदगी से कांग्रेस के प्रचारकों का मनोबल प्रभावित होगा। धर्मेंद्र की भाजपा के एक प्रचारक के तौर पर मौजूदगी कांग्रेस के आत्मविश्वास को तोड़ने का काम करेगी।

धर्मेंद्रसिंह इसी वर्ष जनवरी में भाजपा में शामिल किए गए थे और पहले उन्हें मतदाताओं को भाजपा के प्रभाव में लाने के लिए बिहार भेजा गया था, लेकिन उन्हें अब वाराणसी बुला लिया गया है। जिले के गंगापुर के मोतीकोट गांव के निवासी धर्मेंद्र जयप्रकाश सिंह के बेटे हैं जोकि राज नारायण के दूसरे बेटे हैं। भाजपा में शामिल होने से पहले धर्मेन्द्र कनाडा की एक बहुराष्ट्रीय बीमा कंपनी में काम कर रहे थे।

उनका कहना है कि राजनारायणजी का समाजवाद समानता और समृद्धि पर आधारित था और मोदी भी समग्र विकास, रोजगार निर्माण और सामाजिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं। यह सबसे अच्छा समाजवाद है। इसके अलावा, भाजपा ने पार्टी के मृत विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय को भी प्रचार में लगाने का फैसला किया है।

उल्लेखनीय है कि राय क्षेत्र के सबसे बड़े भूमिहार नेता थे, लेकिन 2005 में उनकी कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय के बड़े भाई अवधेश राय के साथ गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

अलका राय भूमिहार बहुल इलाकों में वोट मांग रही हैं और वे अपराधी नेताओं के खिलाफ मोदी के पक्ष में वोट मांग रही हैं। इस बीच आप नेता प्रशांत भूषण ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखकर मांग की है कि मतदान के दिन वाराणसी में सभी मतदान केन्द्रों पर वीडियो से निगरानी रखे जाने की व्यवस्‍था की जाए।

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