अगर हम किसी से पूछें कि हरी मिर्च का तीखापन उसके बीज में होता है या छिलके में, तो उसका जवाब होगा बीज में। लेकिन यह सरासर गलत है। मिर्च का तीखापन उसके छिलके में होता है। यह एक शोध का विषय है।
जब कोई भी हरी मिर्च खाता है, तो मुंह में आग-सी लग जाती है।
मिर्च के छिलके में मौजूद एक रसायन, जिसका नाम 'केप्साइन' है, के कारण यह होता है। यह रसायन जीभ की सतह की कोशिकाओं में मौजूद रसायनों से प्रतिक्रिया के बाद जलन पैदा करता है।
बहुत गर्म चाय या कॉफी पीने से मस्तिष्क को इसकी सूचना देने वाली कोशिकाएं ही मिर्च खाने पर जलन के एहसास को मस्तिष्क तक पहुंचाती हैं।