International Dog Day: इंडियन आर्मी में है कुत्‍तों की खास भूमिका, वेतन मिलता है, पुरस्‍कार और ससम्‍मान रिटायरमेंट भी

शुक्रवार, 26 अगस्त 2022 (13:58 IST)
आम जीवन में कुत्‍ते वैसे तो इंसान के सबसे वफादार दोस्‍त होते हैं, इसलिए उन्‍हें ‘मेंस बेस्ट फ्रेंड’ कहा जाता है। आज कई घरों में देशी और विदेशी ब्रीड के कुत्‍तों को लोग एडॉप्‍ट कर रहे हैं। लेकिन शायद आपको पता नहीं होगा कि भारतीय सेना में यानी इंडियन आर्मी में भी कुत्‍तों की बेहद खास भूमिका होती है। यहां तक कि सेना में प्रशिक्षित कुत्‍तों की एक यूनिट होती है। इस समय इंडियन आर्मी के पास 1000 प्रशिक्षित कुत्तों की यूनिट है, इन कुत्‍तों को सेना में कोई न कोई रैंक मिली हुई है। इन्‍हें खासतौर से प्रशिक्षित किया जाता है, इनके खान-पान, सेहत और ट्रैनिंग का ध्‍यान रखा जाता है।

इंडियन आर्मी में कुत्‍तों को सैनिकों की तरह ही वेतन मिलता है, बहादुरी के लिए शौर्य चक्र और वीरता के पुरस्‍कार मिलता है। इसके बाद जब इनकी सेवाएं समाप्‍त हो जाती है तो सम्‍मान इन्‍हें विदाई या रिटायरमेंट दिया जाता है।बता दें कि कुत्‍तों को भारतीय सेना में खासतौर सर्च और रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन के लिए ट्रेनिंग के बाद इस्‍तेमाल किया जाता है। बम खोजने से लेकर लोगों को रेस्‍क्‍यू करने तक कुत्‍ते अपनी बेहतरीन भूमिका निभाते हैं।

शहीद हुआ था एक्‍सल, मिला वीरता पुरस्‍कार
आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर भारतीय सेना के कुत्ते ‘एक्सल’ को मरणोपरांत वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। एक्सल जुलाई में जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में एक आतंकवाद विरोधी अभियान में गोली लगने से शहीद हो गया था। जिसके बाद उसे स्वतंत्रता दिवस पर वीरता पुरस्कार से नवाजा गया। एक्सल 2 साल का था, जब उसने 30 जुलाई को आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान देश के लिए अपना बलिदान दे दिया। मरने से पहले एक्सल ने सुरक्षा बलों को आतंकी का पता लगाने में मदद की थी। बाद में बारामूला के क्रीरी के वानीगाम बाला इलाके में आठ घंटे तक चली मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने आतंकवादी को मार गिराया था।

आइए जानते हैं भारतीय सेना में कुत्‍तों की भूमिका के बारे में और International Dog Day के इतिहास के बारे में 10 बेहद दिलचस्‍प बातें।

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