Bhagat Singh Jayanti 2024: शहीद भगत सिंह के 20 क्रांतिकारी विचार, आपका जीवन बदल देंगे

WD Feature Desk

शनिवार, 28 सितम्बर 2024 (10:51 IST)
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भगत सिंह के क्रांतिकारी विचार पढ़कर देशभक्ति से भर जाएगा दिल।
28 सितंबर को देशभक्त भगत सिंह की जयंती।

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Bhagat Singh Jayanti : आज 28 सितंबर 2024, दिन शनिवार को क्रांतिकारी तथा शहीद भगत सिंह की जयंती मनाई जा रही है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी रहे भगत सिंह ने अंग्रेजी हुकूमत के छक्के छुड़ा दिए थे और देश को आजादी दिलाने के लिए हंसते-हंसते फांसी पर चढ़कर अपनी मौत को गले लगाया था। एक लेखक, दार्शनिक, चिंतक तथा पत्रकार और कलम के धनी रहे भरत सिंह के क्रांतिकारी विचार आज भी आप में जोश भर देंगे।
 
आइए यहां पढ़ें अमर भगत सिंह के अनमोल विचार और शेयर करें अपने वाट्सएप स्टेटस पर... 
 
• भगत सिंह कहते हैं मैं एक इंसान हूं और जो भी चीजे इंसानियत पर प्रभाव डालती है मुझे उनसे फर्क पड़ता है।
 
• इस कदर वाकिफ है मेरी कलम मेरे जज्बातों से, अगर मैं इश्क लिखना भी चाहूं, तो इंकलाब लिख जाता हूं।
 
• अपना जीवन अपने दम पर चलता है, लेकिन अंतिम यात्रा तो दूसरों के कंधों पर ही पूरी होती है।
 
• जो व्यक्ति उन्नति के लिए राह में खड़ा होता है, उसे परंपरागत चलन की आलोचना एवं विरोध करना होगा तथा चुनौती देनी होगी, तभी उन्नति संभव है।
 
• पागल, प्रेमी और कवि एक ही थाली के चट्टे-बट्टे है, अर्थात् सभी सामान होते हैं।
 
• महत्वाकांक्षा, आशावादी एवं जीवन के प्रति उत्साह तथा आवश्यकतानुसार इन सबका परित्याग ही सच्चा त्याग होगा। 
 
• अहिंसा को आत्मविश्वास का बल प्राप्त है और इसमें जीत की आशा से कष्ट वहन किया जाता है, पर यदि यह प्रयत्न विफल हो जाए तब हमें अपनी आत्मशक्ति के साथ शारीरिक शक्ति को जोड़ना होगा तभी हम अत्याचारी दुश्मन की दया पर नहीं रहेंगे।
 
• भगत सिंह के अनुसार बुराई इसलिए नहीं बढ़ रही है कि बुरे लोग बढ़ गए है, बल्कि बुराई इसलिए बढ़ रही है क्योंकि बुराई सहन करने वाले लोग बढ़ गए है।
 
• कोई भी अत्याचारी साधारण व्यक्तियों को कुचल कर उनके विचारों को नहीं मार सकते।
 
• भगत सिंह के अनुसार कानून की पवित्रता तभी तक बनी रह सकती है, जब तक कि वो लोगों की इच्छा की अभिव्यक्ति करें।
 
• क्रांति और आजादी इंसान का जन्म सिद्ध अधिकार है तथा परिश्रम समाज का वास्तव में वहन करता है।
 
• अगर हमें सरकार बनाने का मौका मिलेगा तो किसी के पास प्राइवेट प्रॉपर्टी नहीं मिलेगी।
 
• किसी भी व्यक्ति को क्रांति शब्द कि व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए, जो लोग इसका दुरुपयोग करते हैं, वे अपने फायदे के हिसाब से इसे अलग अर्थ और मतलब दे देते हैं।
 
• अगर धर्म को अलग कर दिया जाए तो राजनीति पर हम सब इकट्‍ठे हो सकते है, हम चाहे धर्मों में अलग अलग ही रहें। 
 
• भगत सिंह के अनुसार क्रांति में सदैव संघर्ष हो यह जरूरी नहीं है, क्रांति बम और पिस्तौल की राह नहीं है।
 
• जिंदा रहने की ख्वाहिश कुदरती तौर पर मुझमें भी होनी चाहिए। पर मेरा जिंदा रहना एक शर्त पर है, मैं कैद या पाबंदी में रहकर जिंदा नहीं रहना चाहता। 
 
• कठोरता एवं आजाद सोच ये दो क्रांतिकारी होने के सबसे बड़े गुण है।
 
• हर मनुष्य का कर्तव्य है कि वह कर्म और प्रयास भरपूर करें, क्योंकि सफलता वातावरण और मौके पर निर्भर करती है।
 
• दुनिया में गरीब होना सबसे बड़ा पाप है? गरीबी एक अभिशाप और एक सजा है। 
 
• क्रांतिकारी सोच में दो आवश्यक लक्षण है एक बेरहम निंदा और दूसरी स्वतंत्र सोच।
 
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