युवाओं में वाइन उद्योग में करियर को लेकर उतना ही उत्साह और रोमांच है जितना आईटी या मेडिकल प्रोफेशन को लेकर होता है। वाइन बिजनेस का क्षेत्र अर्थव्यवस्था के तीन प्रमुख अंगों से जुड़ा हुआ है - कृषि, उत्पादन और विनिमय। अंगूर उद्योग से सीधे तौर पर जुड़ी हुई आर्थिक गतिविधि आपके सामने विभिन्न नौकरियां लेकर आती है। वाइन उद्योग से जुड़े कोर्स करके आप मनचाहा क्षेत्र चुन सकते हैं :
ओएनोलॉजिस्ट - यह एक प्रोफेशनल वाइनमेकर होता है जो अंगूरों की जांच करता है, जूस में खमीर उठाता है और वाइन बनाने तक स्टोरेज भी संभालता है।
वाइनयार्ड मैनेजर - यह वाइन प्रोफेशनल अंगूरों की खेती से जुड़े काम देखता है, फसलों का ध्यान रखता है और मौसम के हिसाब से अलग-अलग प्रकार के अंगूरों की खेती कराता है।
सेलर मैनेजर - यह वाइन प्रोफशनल वाइन का संग्रह करता है ताकि वे अच्छी तरह पक्क जाएं। इसके अलावा सेलर मैनेजर सेल्स के साथ-साथ ग्राहकों और अतिथियों के लिए टूर का इंतजाम भी करता है।
सेलर हैंड - यह पद सेलर मैनेजर के एस्सिटेंट का है जो हर दैनिक कार्य व प्रणाली में मैनेजर की सहायता करता है।
वाइन रिसर्च - यह वाइन प्रोफेशनल समस्त फील्ड रिसर्च अध्ययन के लिए जिम्मेदार होता है। इसे अंगूर की अच्छी पैदावार के लिए उपयुक्त दशाओं, मिट्टी आदि का भी ज्ञान होता है।
एक्सपर्ट वाइनमेकर - यह वाइन प्रोफेशनल ही मूलतः वाइन के उत्पादन का कारोबार संभालता है। इस व्यक्ति को फिजिक्स तथा कैमेस्ट्री का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।