सैयद सेहरिश असगर- जम्मू कश्मीर की पहली महिला आईपीएस
सोमवार, 21 मई 2012 (15:20 IST)
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आतंक की आग में झुलसे जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर प्रतिभाओं ने खिलना शुरू कर दिया है। जम्मू-कश्मीर से इस साल 11 लोगों ने यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की है, जो एक इतिहास है।
यही नहीं सैयद सेहरिश असगर जम्मू-कश्मीर से आईपीएस में चुनी गई पहली मुस्लिम महिला हैं। उन्होंने एक इतिहास रचा है। परंपरावादी सोच से अलग सेहरिश ने यह साबित किया मेहनत कर किसी भी मुकाम को पाया जा सकता है।
वे कश्मीर की उस पीढ़ी से आई हैं जो उथल-पुथल भरी जिंदगी से छुटकारा पाने की जद्दोजहद में है। एमबीबीएस सेहरिश बताती हैं कि बचपन से ही मेरा सपना आईएएस अफसर बनने का था। मेरे पिता सैयद असगर अली सिविल सर्वेंट थे और मैं उन्हीं की तरह बनना चाहती थी।
उल्लेखनीय है कि सेहरिश जम्मू के किश्तवाड़ जिले से हैं जहां साक्षरता की दर सिर्फ 30 ही प्रतिशत है। यहां पढ़ाई कर ने लिए मीलों दूर स्कूल जाना पड़ता है।
इस संघर्ष के बावजूद सेहरिश ने अपने ही प्रदेश में तैनाती के लिए जम्मू-कश्मीर कैडर मांगा है। वे यहां के लोगों की सेवा करना चाहती है। 25 वर्षीय सेहरिश बताती हैं कि यहां लोग पढ़ाई की बजाय लड़कियों की हिफाजत को ज्यादा महत्व देते हैं।
सेहरिश ने अपनी सफलता से जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक मिसाल कायम की है। सेहरिश ने यह साबित किया कि अगर हौसले बुंलद हो तो लाख मुश्किलों के बाद भी मंजिल मिल ही जाती हैं।