इस बार गोवा में कम संख्या में उतरेंगे निर्दलीय

पणजी। नई पार्टियों के उभार और मुख्य दलों के गठबंधन नहीं बना पाने के कारण आगामी गोवा विधानसभा चुनाव में उतरने वाले निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या कम रहेगी। राज्य निर्वाचन कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक चुनाव में उतरने वाले कुल उम्मीवारों की संख्या वर्ष 2012 के 215 से 16 फीसदी बढ़कर 250 हो गई है। वर्ष 2012 के चुनाव के मुकाबले निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या में 22 फीसदी की गिरावट आई।
 
इस बार चुनावी अखाड़े में 58 निर्दलीय उतरे हैं, जो किसी भी पार्टी के चुनावी चिन्ह पर नहीं लड़ रहे जबकि वर्ष 2012 में ऐसे 72 उम्मीदवार थे। दक्षिण गोवा में निर्दलीय उम्मीदवार सबसे ज्यादा 33 हैं जबकि उत्तर गोवा में निर्दलीयों की संख्या 25 है।
 
गोवा के 1 राजनीतिक विश्लेषक ने कहा कि गोवा के राजनीतिक परिदृश्य में नई सियासी पार्टियों के पदार्पण और गठबंधन नहीं बन पाने के कारण निर्दलीय उम्मीदवारों को राजनीतिक मंच उपलब्ध हो सका है। 
 
उन्होंने कहा कि यहां से पहली बार चुनाव लड़ने वाले दलों में आम आदमी पार्टी, गोवा फॉरवर्ड, गोवा सुरक्षा मंच शामिल हैं जिन्होंने ऐसे कई उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं, जो अन्यथा निर्दलीय के तौर पर मैदान में उतरते। इसके अलावा भाजपा और एमजीपी के बीच गठबंधन टूटने के कारण भी ऐसे उम्मीदवारों को यहां से पहली बार चुनाव लड़ रहीं पार्टियों से टिकट मिल गए। 
 
इसके अलावा राकांपा और कांग्रेस की राह अलग होने से भी उनके कई कार्यकर्ताओं को मौका मिला। गोवा के 40 निर्वाचन क्षेत्रों से 4 फरवरी को होने वाले चुनाव में कुल 250 उम्मीदवार मैदान में हैं। आप ने सर्वाधिक 39 उम्मीदवार उतारे हैं, कांग्रेस 37 सीटों पर लड़ रही है, भाजपा 36 सीटों पर, एमजीपी-गोवा सुरक्षा मंच-शिवसेना 26 सीटों पर और एनसीपी 16 सीटों पर लड़ रही है। अन्य सियासी पार्टियों की ओर से कुल 38 उम्मीदवार उतारे गए हैं। (भाषा)

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