प्रतिदिन यह प्रार्थना, उपवास चालीस दिनों तक घरों में किया जाता है, ताकि सबका उद्धार हो। यीशु मसीह के दुखों को स्मरण करके घर-घर में प्रार्थना सभा, बाइबल अध्ययन, संगीत, प्रवचन व प्रार्थना कर लोगों को अपने पापों से शुद्धिकरण, पश्चाताप करने तथा अपने गुनाहों की माफी के लिए तैयार करते हैं।