Govardhan puja 2023: कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन गोवर्धन पूजा होती है। दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव मनाया जाता है। 13 नवम्बर 2023 को दोपहर 02:56 से प्रतिपदा प्रारंभ होकर 14 नवम्बर 2023 को दोपहर 02:36 को समाप्त होगी। उदया तिथि के मान से यह उत्सव 14 नवंबर 2023 को मनाएंगे। गोवर्धन पूजा की सामग्री।
गोवर्धन पूजा का प्रातःकाल मुहूर्त:- सुबह 06:43 से 08:52 तक।
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:44 से 12:27 तक।
विजय मुहूर्त : दोपहर 01:53 से 02:36 तक।
गोधूलि मुहूर्त : शाम 05:28 से 05:55 तक।
अमृत काल : शाम 05:00 से 06:36 तक।
नोट: स्थानीय समय अनुसार मुहूर्त के समय में घट-बढ़ रहती है।
गोवर्धन पूजा की सामग्री : पूजा की थाली में रोली, चावल, बताशे, धूप, तेल का दीपक, कलश में जल, केसर, नैवेद्य, धूप, मिठाई, गंगाजल, पान, फूल, दही, शहद, फूल माला, खीर आदि रखकर उससे गोवर्धन पर्वत के चित्र की पूजा करें।
गोवर्धन पूजा के लिए सुबह सूर्योदय के बाद स्नान आदि से निवृत होकर साफ वस्त्र पहनें।
इसके बाद जहां पूजा करना है उस स्थान को साफ और शुद्ध करें।
अब उस स्थान पर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत का चित्र बनाएं।
चित्र के अंदर ही भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति स्थापित करें।
पूजा की थाली में उपरोक्त सभी साम्रग्री को रखें और उससे गोवर्धन पर्वत के चित्र की पूजा करें।
गोवर्धन पर्वत का चित्र के पास तेल का दीपक जलाएं।
इसके बाद गोवर्धन पर्वत के चारों ओर परिक्रमा करें।
फिर भगवान श्री कृष्ण और ब्रज के देवता भगवान गिरिराज को अन्नकूट का भोग लगाएं।
अंत में गोवर्धन पर्वत और श्रीकृष्ण की आरती करें।
अब सभी लोगों को प्रसाद बांटें।
इस दिन गाय की पूजा करने से भी भगवान श्री कृष्ण प्रसन्न होते हैं।