हिन्दू नववर्ष को किस राज्य में क्या कहते हैं, जानिए इसे मनाने के भिन्न भिन्न तरीके

WD Feature Desk

मंगलवार, 25 मार्च 2025 (16:03 IST)
hindu nav varsh 2025 date in hindi: हिन्दू नववर्ष पूरे भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। हर राज्य में इसे मनाने का अपना अलग तरीका और नाम है। यह नववर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होता है। वर्ष 2025 में इस बार यह हिन्दू नव वर्ष 30 मार्च, रविवार से प्रारंभ होगा। इस वर्ष विक्रम संवत 2082 का प्रारंभ होगा, जिसे 'सिद्धार्थ' नव संवत्सर के नाम से जाना जाएगा। आपको बता दें कि इसे कई राज्यों में अलग-अलग नाम से बुलाया तथा अगल-अलग तरीके से मनाया जाता है।ALSO READ: Navsamvatsar 2082: सिद्धार्थ संवत्सर में सूर्य राजा, बुध धनेश, जानें कैसा होगा विश्व के लिए हिन्दू नववर्ष
 
आइए जानते हैं यहां...
 
1. गुड़ी पड़वा (महाराष्ट्र):
• गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र में हिन्दू नववर्ष के रूप में मनाया जाता है।
• इस दिन लोग अपने घरों में गुड़ी फहराते हैं, जो एक बांस की छड़ी होती है, जिसके ऊपर रेशमी कपड़ा, नीम की टहनी और कलश रखा जाता है।
• इस दिन श्रीखंड और पूरन पोली जैसे पारंपरिक व्यंजन बनाए जाते हैं।
 
2. उगादी (आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना):
• उगादी दक्षिण भारत में हिन्दू नववर्ष के रूप में मनाया जाता है।
• इस दिन लोग अपने घरों को फूलों और आम के पत्तों से सजाते हैं।
• वे 'पचड़ी' नामक एक विशेष व्यंजन बनाते हैं, जिसमें मीठे, खट्टे और कड़वे स्वाद होते हैं।
 
3. नवरेह (कश्मीर):
• नवरेह कश्मीर में हिन्दू नववर्ष के रूप में मनाया जाता है।
• इस दिन लोग चावल के व्यंजन बनाते हैं और देवी शारिका की पूजा करते हैं।
• वे अपने घरों को फूलों से सजाते हैं और पारंपरिक गीत गाते हैं।
 
4. चेटीचंड (सिंधी समुदाय):
• चेटीचंड सिंधी समुदाय का नववर्ष है।
• यह भगवान झूलेलाल के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
• इस दिन लोग जुलूस निकालते हैं और पारंपरिक गीत गाते हैं।ALSO READ: नवसंवत्सर 2082 में होंगे 4 ग्रहण, जानिए कौन सा ग्रहण कब होगा!
 
5. बैसाखी (पंजाब):
• बैसाखी पंजाब में नववर्ष के रूप में मनाई जाती है।
• यह त्योहार किसानों के लिए फसल कटाई का प्रतीक है।
• इस दिन लोग भांगड़ा और गिद्दा नृत्य करते हैं और पारंपरिक भोजन का आनंद लेते हैं।
 
6. विशु (केरल):
• विशु केरल में नववर्ष के रूप में मनाया जाता है।
• इस दिन लोग 'विशुक्कणी' नामक एक विशेष अनुष्ठान करते हैं, जिसमें वे भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और सोने के गहने और सिक्के देखते हैं।
 
7. पोइला बोइशाख (पश्चिम बंगाल):
• पोइला बोइशाख पश्चिम बंगाल में नववर्ष के रूप में मनाया जाता है।
• इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और मिठाई खाते हैं।
• वे अपने घरों को फूलों से सजाते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।
 
8. सजिबु चेराओबा (मणिपुर):
• सजिबु चेराओबा मणिपुर में नववर्ष के रूप में मनाया जाता है।
• इस दिन लोग अपने घरों को साफ करते हैं और पारंपरिक भोजन बनाते हैं।
• वे पहाड़ियों पर चढ़ते हैं और देवताओं को प्रसाद चढ़ाते हैं।ALSO READ: नवसंवत्सर 2082 के आगमन से क्या बदलेगा आपका भाग्य...!
 
ये कुछ खास राज्य हैं जहां हिन्दू नववर्ष को अलग-अलग नामों से और अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है।

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